उत्तर प्रदेश के मोदीनगर से एक सरकारी अधिकारी की असंवेदनशीलता का विचलित करने वाला वीडियो सामने आया है जिसे देखकर हर कोई स्तब्ध है। स्कूल बस में हुए दर्दनाक हादसे में अपने 10 साल के बेटे की मौत पर रोती हुई मां पर चिल्लाती हुई अधिकारी की अमानवीयता देखकर एक पल को लोग यकीन नहीं कर पा रहे हैं। चौथी कक्षा के एक छात्र की मौत पर थाने में रोती हुई मां पर एक महिला अधिकारी ने चिल्लाते हुए उसे चुप रहने को कहा।

एक सरकारी अधिकारी की असंवेदनशीलता का ये वीडियो दिल्ली के पास मोदीनगर के एक पुलिस स्टेशन से सामने आया है, जहां कक्षा 4 के छात्र अनुराग भारद्वाज की मौत पर शोक में डूबे हुए उसके माता-पिता गुरुवार (21 अप्रैल 2022) को स्कूल की लापरवाही के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर धरने पर बैठ गए। अपने 10 साल के बेटे की मौत पर रोती हुई मां पर चिल्लाते हुए महिला अधिकारी ने कहा, “बस चुप, एकदम चुप रहो।”

बच्चे की मां पर चिल्लाने लगीं अधिकारी- बुधवार (20 अप्रैल 2022) की सुबह अनुराग बस में स्कूल जा रहा था तभी उसे उल्टी आने लगी और वह खिड़की से बाहर झुक गया। उसी समय ड्राइवर ने अचानक बस मोड़ी और अनुराग बिजली के पोल से जा टकराया, जिसके बाद उसकी मौत हो गई। हालांकि, ड्राइवर और एक बस स्टाफ को गिरफ्तार कर लिया गया, लेकिन स्कूल के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। स्कूल के खिलाफ एक्शन की मांग को लेकर अनुराग के माता-पिता और कुछ लोग मोदीनगर थाने पहुंचे, जहां गाजियाबाद की सब डिविजनल मजिस्ट्रेट शुभांगी शुक्ला, अनुराग की मां नेहा भारद्वाज पर चिल्लाने लगीं।

इस घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें देख सकते हैं अनुराग के माता-पिता, बहन और कुछ लोग जमीन पर बैठे हैं, तभी सब डिविजनल मजिस्ट्रेट शुभांगी शुक्ला, अनुराग की मां की तरफ उंगली दिखाते हुए कहा, “तुम क्यों नहीं समझते? मैं तुम्हें चुप रहने के लिए कह रही हूँ।” इस बात पर नेहा भारद्वाज ने रोते हुए जवाब दिया, “क्या यह तुम्हारा बेटा था?” वीडियो में मजिस्ट्रेट को दोबारा चिल्लाते हुए देख सकते हैं, “कितनी बार मुझे कोशिश करनी चाहिए और आपको समझाना चाहिए?” जिस पर अनुराग की मां नेहा ने अपने मृत बच्चे का जिक्र करते हुए जवाब दिया, “मैं काफी समझ चुकी हूं। वह अब चुप है।”

सीएम योगी ने दिए जांच के आदेश- घटना के वीडियो के वायरल होने के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्कूल, बस स्टाफ और परिवहन विभाग के खिलाफ कार्रवाई के अलावा स्कूल बसों की फिटनेस जांच के आदेश दिए। उन्होंने इस मामले में एक डीटेल रिपोर्ट की मांग की है। मुख्यमंत्री ने परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि इस दुर्घटना के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

माता-पिता ने की थी स्कूल के खिलाफ शिकायत- अनुराग के माता-पिता का आरोप है कि स्कूल ने सावधानी नहीं बरती। उनका दावा है कि बस में बहुत सारे छात्र थे और निगरानी करने वाला कोई नहीं था। अनुराग की मां ने इस बारे में ड्राइवर से शिकायत की थी। माता-पिता ने अपनी शिकायत में कहा है कि उन्होंने 1 अप्रैल को स्कूल के प्रिंसिपल, मैनेजमेंट और ड्राइवर से इस बारे में बहस भी की थी। लेकिन ऑफिसर शुक्ला की रिपोर्ट के मुताबिक अनुराग बस में मौजूद शिक्षक के पास मदद के लिए नहीं गया था। साथ ही रिपोर्ट में लिखा है कि बस में कुल सीटों से कम छात्र थे। हालांकि, बस के फिट होने का सर्टिफिकेट नहीं था।