उत्तर प्रदेश में ग्राम प्रधान पद के चुनाव के दूसरे चरण में मंगलवार को हिंसक घटनाओं के बीच करीब 71 फीसद मतदान हुआ। इस दौरान गोण्डा और एटा में चुनाव में कथित धांधली को लेकर गोलीबारी में दो लोगों की मौत हो गई। निर्वाचन आयोग ने गोण्डा के पुलिस अधीक्षक को स्थानांतरित करने और तीन अधिकारियों को निलंबित करने के आदेश दिए हैं।
पंचायत चुनाव के दूसरे चरण में सदर तहसील क्षेत्र के विकास खंड झंझरी, पंडरी कृपाल, रुपईडीह, इंटियाथोक व मुजेहना में मंगलवार को खूनी हिंसा के बीच मतदान संपन्न हो गया। थाना कोतवाली देहात क्षेत्र में मतदान के दौरान फायरिंग में एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि दो जख्मी हो गए। मामले को गंभीरता से लेते हुए राज्य निर्वाचन आयोग ने पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार सिंह को तत्काल प्रभाव से हटाने और उप जिलाधिकारी सदर नरेंद्र सिंह, क्षेत्राधिकारी सदर अखंड प्रताप सिंह व प्रभारी निरीक्षक कोतवाली देहात फणींद्र सिंह यादव को तत्काल प्रभाव से निलंबित किए जाने का आदेश दिया है।
एटा से मिली रिपोर्ट के मुताबिक सकीट थाना क्षेत्र के मई कमालपुर गांव में मतदान के दौरान दो पक्षों के बीच पथराव और गोलीबारी में ज्ञानश्री (55) नाम की महिला की मौत हो गई। इसके अलावा विभिन्न स्थानों पर हुई ऐसी ही घटनाओं में सात अन्य लोग जख्मी भी हो गए। प्रतापगढ़ से मिली रिपोर्ट के अनुसार मानधाता थाना क्षेत्र के पुरैली पोलिंग बूथ पर फर्जी मतदान को लेकर पथराव और हवाई फायरिंग हुई, जिसमें सात लोग घायल हो गए।
राज्य निर्वाचन आयुक्त सतीश अग्रवाल ने बताया कि मऊ में घोसी ब्लाक के बरौली ग्राम पंचायत में बूथ संख्या 49 में अराजक तत्वों ने मतपेटी क्षतिग्रस्त कर उसे लूटने का प्रयास किया। इस मामले में 11 लोगों के खिलाफ धारा 307 समेत विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज है। उन्होंने बताया कि गाजीपुर में बदौरा के ग्राम पंचायत रक्सा में तीन पोलिंग सेंटरों के 11 बूथों पर सुबह लोगों ने बवाल किया, मतपेटियां क्षतिग्रस्त कीं। यहां भी 16 लोगों को नामजद कर 150 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। अग्रवाल ने कहा कि इन घटनाओं को छोड़ कर मतदान शांतिपूर्ण रहा है और आयोग यह समझता है कि प्रशासन को और सतर्क रहने की जरूरत है।
गोण्डा से मिली जानकारी के अनुसार, थाना कोतवाली देहात के अंतर्गत भरहापारा मतदान केंद्र पर फर्जी मतदान को लेकर दो पक्षों में हुई झड़प के बाद गोली चलने से एक ही परिवार के तीन लोग जख्मी हो गए। आनन-फानन में उन्हें जिला चिकित्सालय लाया गया, जहां सज्जाद (64) को चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। जबकि उसकी पत्नी सायना व बेटे अब्दुल हक को गंभीर हालत में लखनऊ भेजा गया है। घटना के कारण कुछ देर तक मतदान बाधित रहा। जिलाधिकारी अजय कुमार उपाध्याय ने भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच कर स्थिति का जायजा लिया और हमलावरों के खिलाफ कठोर कार्रवाई का निर्देश दिया। खबर लिखे जाने तक किसी की गिरफ्तारी नहीं की जा सकी है। वहीं संवेदनशीलता को देखते हुए थाना कोतवाली नगर क्षेत्र के केशवपुर पहड़वा मतदान केंद्र पर कई बार पहुंच कर एडीएम त्रिलोकी सिंह व एएसपी आरके सिंह ने अराजक तत्वों को हटने पर मजबूर किया।
यहां तलाशी के दौरान एक बाइक की डिक्की से ईंट पत्थर भी बरामद हुए। छावनी सरकार मतदान केंद्र पर सुबह से मतदाताओं की लंबी कतार लग गई थी। दोपहर तक यहां 60 फीसद मतदान हो चुका था। सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि झंझरी विकास खंड में 69.25, मुजेहना में 69.75, पंडरी कृपाल में 73, इटियाथोक में 66 तथा रुपईडीह विकास क्षेत्र में 71 फीसद मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
जिला मुख्यालय से सटे गिर्द गोण्डा, जानकी नगर, बडगांव, खैरा, पूरे शिवा बख्तावर, उम्मेदजोत, दत्त नगर, इमरती बिसेन, लक्ष्मनपुर हरबंश, सोनी हरलाल, बभनी, बूढ़ादेवर आदि मतदान केंद्रों पर दिन भर गहमा-गहमी रही। यहां लोगों में मतदान के लिए काफी उत्साह देखा गया। कुछ मतदान केंद्रों पर दो पक्षों में कहासुनी की नौबत भी आई। झंझरी विकास खंड के बभनी कानूनगो में बार-बार मना करने के बावजूद मतदान में व्यवधान पैदा कर रहे व मतदाताओं को लुभाने का प्रयास कर रहे ग्राम प्रधान पद के तीन उम्मीदवारों सुमित श्रीवास्तव, सुधीर श्रीवास्तव व वीरेंद्र मिश्र को जिलाधिकारी ने मतदान के बाद कोतवाली भिजवा दिया। इन्हें मतदान समाप्ति के बाद थाने से जाने दिया गया। इटियाथोक मतदान केंद्र पर राशन कार्ड के माध्यम से फर्जी लोगों द्वारा मतदान किए जाने को लेकर दो पक्षों में झड़प हो गई। मौके पर पहुंचे सेक्टर मजिस्ट्रेट ने दोनों पक्षों को समझा बुझा कर शांत किया। पंडरी कृपाल विकास खंड के अन्तर्गत भीटी पटखौली मतदान केंद्र पर मतदान कर्मी द्वारा ही फर्जी मतदान किए जाने को लेकर लोगों ने बवाल किया। जोनल मजिस्ट्रेट द्वारा एक मतपत्र को अवैध घोषित किए जाने के बाद मामला शांत हुआ।