Mumbai Andheri East Assembly Result: महाराष्ट्र की अंधेरी ईस्ट विधानसभा पर हुए उपचुनाव में शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) की उम्मीदवार ऋतुजा लटके ने जीत हासिल की है। शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) उमीदवार ऋतुजा लटके ने 53,471 वोटों से जीत हासिल की।

ऋतुजा लटके की जीत पर पार्टी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने रविवार (6 नवंबर, 2022) को कहा कि अंधेरी (पूर्व) विधानसभा उपचुनाव में रुतुजा लटके की जीत से पता चलता है कि लोग शिवसेना का समर्थन करते हैं। राकांपा और कांग्रेस के समर्थन से शिवसेना (उद्धव बाला साहब ठाकरे) गुट के उम्मीदवार के रूप में उपचुनाव लड़ने वाली ऋतुजा लटके विजयी हुई हैं। उनके इस जवाब पर लोगों ने प्रतिक्रिया भी दी है। एक यूजर ने लिखा कि भाजपा और अन्य प्रमुख दलों ने अंधेरी पूर्व से अपना उम्मीदवार उतारने से पहले ही इनकार कर दिया था। तो वास्तव में शिवसेना ने किसे हरा दिया कि इतना गर्व है।

उपचुनाव के नतीजे बताते हैं, लोग हमारा समर्थन करते हैं: ठाकरे

रुतुजा लटके द्वारा अपने आवास ‘मातोश्री’ से मुलाकात करने के बाद ठाकरे ने संवाददाताओं से कहा, ‘यह सिर्फ एक लड़ाई की शुरुआत है। (पार्टी) चुनाव चिन्ह महत्वपूर्ण है लेकिन लोग चरित्र की भी तलाश करते हैं। उपचुनाव के नतीजे बताते हैं कि लोग हमारा समर्थन करते हैं। उन्होंने कहा कि शिवसेना का नाम और पार्टी का चुनाव चिन्ह (धनुष और तीर) इस चुनाव से पहले (चुनाव आयोग द्वारा) फ्रीज कर दिया गया था।

ठाकरे ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले धड़े पर परोक्ष रूप निशाना साधा। उन्होंन कहा कि यह जीत एक लड़ाई की शुरुआत है। मैं शिवसैनिकों से भविष्य की सभी लड़ाइयों के लिए एकजुट होकर लड़ने की अपील करता हूं। इस चुनाव के लिए हमारी पार्टी का नाम और चुनाव चिह्न फ्रीज थे, लेकिन जो इसे चाहते थे, वे चुनावी मैदान में कहीं नहीं हैं।

अंतिम समय में उपचुनाव के लिए अपने उम्मीदवार को वापस लेने वाली भाजपा पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि शिवसेना के प्रतिद्वंद्वी हार को भांपते हुए दौड़ से पीछे हट गए।उपचुनाव में नोटा विकल्प के पक्ष में डाले गए 12,000 से अधिक नोटा के बारे में पूछे जाने पर ठाकरे ने कहा, ‘अगर हमारे विरोधी चुनाव मैदान में होते तो उनके उम्मीदवार को उतने ही नोटा वोट मिलते।’

यह जीत मेरे दिवंगत पति रमेश लटके की जीत है: ऋतुजा लटके

ऋतुजा लटके ने जीत हासिल करने के बाद भाजपा को लेकर बयान दिया। उन्होंने कहा कि भाजपा से किसी भी तरह की सहानुभूति नहीं मिली है। चुनाव से पहले उन्होंने सर्वे कराया था, जिसमें भाजपा हार रही है, यह उन्हें पता था। इसीलिए उन्होंने अपने उम्मीदवार का नामांकन वापस लिया। उन्होंने कहा कि यह मेरी जीत नहीं है, यह जीत मेरे दिवंगत पति रमेश लटके की जीत है। ऋतुजा ने आगे कहा कि वो सबसे पहले रमेश लटके के अधूरे विकास कार्य को पूरा करेंगी।