संभल के बाद वाराणसी में भी एक बंद मंदिर मिला है। वाराणसी जिला प्रशासन मुस्लिम बहुल मदनपुरा इलाके में स्थित एक मंदिर के बारे में जानकारी जुटा रहा है। सनातन रक्षा दल नामक एक ग्रुप ने दावा किया है कि यह दो सदी पुराना शिव मंदिर है, जो 70 सालों से बंद है। अधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए मौके पर पुलिसबलों को तैनात किया गया है।
सनातन रक्षा दल ने की बड़ी मांग
सोशल मीडिया पर मंदिर के बंद गेट की तस्वीर शेयर किए जाने के बाद यह मुद्दा सामने आया। इसके बाद सनातन रक्षा दल के सदस्य मौके पर पहुंचे और प्रशासन को इस मामले से अवगत कराया। हिंदू संगठन ने मंदिर को पूजा-अर्चना के लिए खोलने की मांग की है।
वाराणसी के पुलिस कमिश्नर गौरव बंसवाल ने कहा, “जिला प्रशासन को मंदिर के बारे में सूचित कर दिया गया है और वे निर्णय लेने के लिए रिकॉर्ड की समीक्षा कर रहे हैं। किसी भी निष्कर्ष पर पहुंचने से पहले सभी कानूनी प्रक्रियाओं का पालन किया जाएगा।” डीसीपी ने कहा कि एहतियात के तौर पर मौके पर पुलिस की एक टीम तैनात की गई है। दशाश्वमेध थाने के स्टेशन ऑफिसर प्रमोद कुमार पांडे ने बताया कि मंदिर की दीवार एक व्यापारी के घर से सटी हुई है। उन्होंने कहा कि मंदिर को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है।
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लंबे समय से बंद है मंदिर
स्थानीय निवासी यासिर जमाल (कपड़ा व्यापारी) ने कहा कि मंदिर लंबे समय से बंद है, क्योंकि कोई भी व्यक्ति पूजा-अर्चना के लिए नहीं आया है। सनातन रक्षा दल के प्रदेश अध्यक्ष अजय शर्मा ने कहा कि संगठन ने जिला प्रशासन और जनप्रतिनिधियों से मंदिर खोलने और पूजा-अर्चना की अनुमति देने का अनुरोध किया है। उन्होंने कहा, “मंदिर खुलने के बाद यह स्पष्ट हो जाएगा कि अंदर कोई देवी-देवताओं की मूर्ति है या नहीं।” उन्होंने कहा कि हिन्दू संगठन ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी मामले में हस्तक्षेप करने और निर्देश जारी करने का अनुरोध किया है।
संभल में भी मिला था मंदिर
पिछले हफ्ते संभल जिला प्रशासन ने एक प्राचीन मंदिर को फिर से खोला था, जो कथित तौर पर 1978 से बंद था। मंदिर की खोज कथित तौर पर बिजली चोरी के खिलाफ चल रहे अभियान के दौरान हुई थी। यह शाही जामा मस्जिद के पास स्थित है, जहां पिछले महीने अदालत के आदेश पर सर्वेक्षण किया गया था। मस्जिद तनाव के केंद्र में रही है। कुछ ग्रुप्स ने आरोप लगाया है कि इसे एक हिंदू मंदिर को ध्वस्त करने के बाद बनाया गया था। 24 नवंबर को सर्वेक्षण को लेकर हुई हिंसा में चार लोगों की मौत हो गई थी। पढ़ें संभल के मुस्लिम बहुल्य इलाके में मिला एक और मंदिर