योग गुरू बाबा रामदेव ने राम मंदिर निर्माण को लेकर अहम बयान दिया है। बाबा रामदेव ने कहा, “अगर राम मंदिर नहीं बना तो देश में सांप्रदायिक माहौल गरमाएगा, सांप्रदायिक और आपसी भेदभाव बढ़ेगा। रामदेव ने कहा, ”मंदिर के लिए समझौते का दौर निकल चुका है।” उन्होंने कहा, संसद मे कानून लाओ और मंदिर बनाओ अभी नहीं तो कभी नहीं की तर्ज पर काम करना होगा। बाबा रामदेव ने केंद्र सरकार से अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए संसद में अध्यादेश लाकर विशेष कानून बनाने की मांग की है। योग गुरु ने शुक्रवार को काशी के मणिकर्णिका घाट स्थित सतुआ बाबा आश्रम में मीडिया से बातचीत की।
रामदेव अपने उत्पाद पतंजलि परिधान की शूटिंग के सिलसिले में वाराणसी आये हुए हैं। वे गुरुवार शाम यहां पहुंचे थे। यहां उन्होंने सम्पूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति के आवास पर निजी कार्यक्रम में शिरकत की। उन्होंने कहा कि पूरे देश के धर्म, ज्ञान-संस्कृति और सभ्यता का केंद्र है काशी। हमारे पूरे अनुष्ठान में ये संस्कृति दिखनी चाहिए।
समारोह के बाद पत्रकारों से बाबा रामदेव ने कहा, विश्व हिंदू परिषद समेत जो भी संगठन मंदिर निर्माण के लिए 25 नवंबर को आंदोलन कर रहे हैं, वह ठीक है। इस मुद्दे पर सभी को एकजुट होकर दबाव बनाने की जरूरत है। लोगों के सब्र का बांध टूटता जा रहा है और व्यवस्था के प्रति अविश्वास पैदा हो रहा है। राम मंदिर निर्माण मामले में पहले ही सुप्रीम कोर्ट में देरी हो चुकी है।
बाबा रामदेव ने इकबाल अंसारी के बयान पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, यहां सभी सुरक्षित है। गौरतलब है कि, अंसारी ने कहा था, ”डर हमें इस बात का है कि अगर अयोध्या में भीड़ बढ़ती है तो हम लोगों का नुकसान होने से कोई नहीं रोक सकता। भीड़ नियंत्रण से बाहर रहती है और नेताओं का नियंत्रण नहीं रहता अगर कोई नुकसान होगा तो उसका जिम्मेदार कौन होगा?” पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दाम पर रामदेव ने कहा कि अभी सरकार और विपक्ष के बारे में कुछ नहीं बोल रहा हूं। न पक्ष, न विपक्ष अभी निष्पक्ष हूं। जाहिर है लोकसभा चुनाव 2019 से पहले अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर मामला पूरी तरह से गरमाया हुआ है।