उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में आजम खान के करीबी सपा नेता यूसुफ मलिक के खिलाफ योगी सरकार ने बड़ी कार्यवाही की है। जानकारी के मुताबिक सरकार ने यूसुफ मलिक पर अपर नगर आयुक्त को धमकाने के आरोप में एनएसए लगाया गया है। युसूफ मलिक को समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान का राइट हैंड बताया जाता है। फिलहाल इन दिनों रामपुर की जेल में बंद है। मुरादाबाद पुलिस ने उसे रामपुर जाकर एनएसए के बारे में बताया।

पुलिस की ओर से दी गई सूचना के मुताबिक सपा नेता एक रिश्तेदार पर नगर निगम का टैक्स बकाया था और उसका भवन सील कर दिया गया था। फिर युसूफ मलिक ने 26 मार्च 2022 को नगर निगम अपर नगर आयुक्त समेत अन्य बड़े अधिकारियों को धमकाया।

युसूफ के खिलाफ 17 मामले: समाजवादी पार्टी नेता युसूफ मलिक पर अलग-अलग धाराओं में करीब 17 से अधिक मामले दर्ज हैं। इनमें ज्यादातर मामले रामपुर और मुरादाबाद से जुड़े हुए हैं। कुछ दिनों पहले सपा नेता ने रामपुर में दर्ज एक मामले में जमानत छोड़कर पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया था।

मुरादाबाद के एसएसपी हेमंत कुटियाल ने कहा कि बीते 26 मार्च को नगर निगम के अधिकारियों की ओर से युसूफ मलिक के समधी जमाल हसन के घर को 23 लाख रुपए से अधिक का टैक्स जमा ना होने के चलते सील कर दिया गया था। सपा नेता युसूफ मलिक ने नगर निगम के अधिकारियों को सूचना दी, कि घर में महिला बंद है। फिर नगर निगम के अधिकारियों ने एक टीम भेजी जहां उन्हें सील टूटी मिली।

सील तोड़े जाने की तहरीर अपर नगर आयुक्त ने थाने में दी थी। जिसके बाद युसूफ मलिक ने उन्हें फोन कर दी जान से मारने की धमकी दी। इस दौरान मलिक ने अपर नगर आयुक्त से फोन पर कहा कि “मैं गैंगस्टर के मामले में जेल जा चुका हूं, आजम खान का दाहिना हाथ हूं। मैं अब तेरे सरकारी आवास पर आकर सील लगाऊंगा। गुंडागर्दी क्या होती है अब मैं तुझे बताऊंगा।”