उत्‍तर प्रदेश के इटावा में एक महिला ने भारतीय जनता पार्टी के स्‍थानीय नेता पर जमीन कब्‍जाने का आरोप लगाया है। बकेवर कस्‍बे में रहने वाली महिला ने राष्‍ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ को खून से चिट्ठी लिख न्‍याय दिलाने की मांग की है। महिला का कहना है कि अगर न्‍याय नहीं दे सकते तो इच्‍छा-मृत्‍यु की इजाजत दी जाए। दैनिक भास्‍कर में छपी खबर के अनुसार, महिला ने साल भर पहले बकेवर थाना के पास एक प्‍लॉट खरीदा था। जब वह नींव खुदवाने गए तो बीजेपी नेता लालजी शर्मा ने उसे धमकाया। शर्मा ने महिला को प्‍लॉट से वापस जाने को कहते हुए भगा दिया।

महिला ने इसकी शिकायत पुलिस से की तो यहां के सांसद अशोक दोहरे के प्रतिनिधि गोपाल मोहन शर्मा ने प्‍लॉट पर अपना हक जताया। महिला का आरोप है कि शर्मा ने उन्‍हें थाने में अपमानित किया। पीड़िता के अनुसार, उसने राजस्‍व अधिकारियों के चक्‍कर लगाए मगर कुछ नहीं हुआ। अब उसने राष्‍ट्रपति, पीएम और सीएम को चिट्ठी लिख न्‍याय मांगा है। महिला के पति ने अखबार को बताया कि जब वह अपने प्‍लॉट पर नींव खुदवाने जाते हैं तो दबंग वहां से धमकी देकर भगा देते हैं।

यूपी में अभी आईएएस शशि प्रकाश गोयल के कथित तौर पर रिश्‍वत मांगने का मामला गर्माया हुआ है। राज्‍यपाल राम नाईक ने पीड़‍ित अभिषेक गुप्‍ता के पत्र पर मुख्‍यमंत्री को पूरे मामले की जांच कराने को कहा है। मुख्यमंत्री ने मामले की जांच मुख्य सचिव राजीव कुमार को सौंप दी है। पुलिस ने शुक्रवार को शिकायतकर्ता को ही हिरासत में लिया। कुछ घंटे बाद उसे रिहा कर दिया गया।

पुलिस ने कहा कि उसके खिलाफ एक शिकायत दर्ज कराई गई कि गुप्‍ता ने अधिकारियों पर दबाव बनाया और अपना काम निकलवाने के लिए भाजपा के बड़े नेताओं से जान-पहचान होने का दावा किया। बाद में सीएम के मीडिया सलाहकार मृत्‍युंजय कुमार द्वारा जारी एक वीडियो में गुप्‍ता आदित्‍यनाथ के अधिकारी के खिलाफ ‘झूठे दावे’ करने के लिए माफी मांगता दिख रहा है।