प्रगतिशील समाजवादी पार्टी प्रमुख शिवपाल यादव ने बुधवार को सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की थी, जिसके बाद अटकलों का बाजार गर्म है कि कहीं वह भाजपा का दामन तो नहीं थामने जा रहे हैं। इन तमाम अटकलों के बीच, शिवपाल यादव ने गुरुवार को पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ करीब डेढ़ घंटे तक चर्चा की। वहीं, भाजपा में शामिल होने की अटकलों पर मीडिया पर से बात करते हुए शिवपाल यादव ने कहा, “ये उचित समय नहीं है और जब उचित समय होगा तो हम आपको बुला लेंगे, सब बता देंगे।”
जब शिवपाल यादव से पूछा गया कि उनके सारे समर्थक उनकी तरफ नजरें जमाए हुए हैं, ऐसे में वे अपने समर्थकों को क्या संदेश देना चाहेंगे? इस पर प्रसपा प्रमुख ने कहा, “आप लोग परेशान न हों, जब प्रेस कॉन्फेंस बुलाएंगे तो बता देंगे।” वहीं, उन्होंने सीएम योगी से मुलाकात को शिष्टाचार भेंट बताया।
शिवपाल यादव सीधे तौर पर कुछ भी कहने से इनकार करते रहे। राज्यसभा जाने की अटकलों पर भी उन्होंने केवल इतना कहा, “अभी हम कुछ बता ही नहीं सकते, बोल ही नहीं सकते हैं, जब बोलेंगे तो मीडिया को बुला लेंगे।” राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि शिवपाल यादव इस बात पर मंथन कर रहे हैं कि प्रसपा का भाजपा में विलय कराया जाए या एनडीए के सहयोगी के तौर पर अपनी राजनीति को आगे बढ़ाया जाए।
दरअसल, पिछले दिनों सपा विधानमंडल की बैठक में नहीं बुलाए जाने से शिवपाल यादव आहत नजर आए थे। उन्होंने कहा था, “हम सपा के टिकट पर विधायक चुनकर आए हैं। मैंने दो दिन पहले विधानमंडल की बैठक के बारे में सुना था तो मैं लखनऊ में ही रुक गया था। लेकिन सभी विधायकों को सूचना दी गई है मुझे नहीं दी गई।”
बता दें कि चुनावों से पहले, सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव ने भाजपा का दामन थाम लिया था। वहीं, अब चुनावों के नतीजे आने के बाद शिवपाल यादव और सीएम योगी की मुलाकात के बाद अटकलों का दौर शुरू हो गया है कि प्रसपा प्रमुख भाजपा के साथ जा सकते हैं। हालांकि, इसको लेकर शिवपाल यादव ने अभी अपने पत्ते नहीं खोले हैं।