योगी आदित्यनाथ ने 25 मार्च को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। योगी आदित्यनाथ के साथ 52 मंत्रियों ने भी मंत्री पद की शपथ ली। 28 मार्च (सोमवार) की देर शाम को सीएम योगी ने अपनी कैबिनेट के सभी मंत्रियों को उनके संबंधित विभाग भी बांट दिए। सीएम योगी ने गृह, नागरिक उड्डयन समेत 34 विभाग अपने पास से ही रखे हैं। सीएम योगी की कैबिनेट में कांग्रेस से आए जितिन प्रसाद को भी शामिल किया गया। जबकि पीएम मोदी के करीबी रहे पूर्व आईएएस अरविन्द शर्मा को भी कैबिनेट मंत्री बनाया गया है।
जितिन प्रसाद, लोक निर्माण विभाग मंत्री: जितिन प्रसाद को सीएम योगी ने लोक निर्माण विभाग दिया है। योगी आदित्यनाथ के पहले कार्यकाल में यह विभाग उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के पास था। करीब 10 महीने पहले जून 2021 में जितिन प्रसाद ने कांग्रेस छोड़ बीजेपी ज्वाइन की थी। सितंबर 2021 में जितिन प्रसाद को योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाया गया था। जितिन प्रसाद को बीजेपी में ब्राह्मण नेता के तौर पर शामिल किया गया था और जितिन प्रसाद विधान परिषद सदस्य भी हैं।
जितिन प्रसाद कांग्रेस के कद्दावर नेता और राहुल गांधी के करीबी माने जाते थे। 2004 में जितिन प्रसाद ने कांग्रेस के टिकट पर शाहजहांपुर से लोकसभा चुनाव लड़ा था और जीत हासिल की थी। उसके बाद 2008 में उन्हें केंद्रीय राज्य मंत्री बनाया गया था। फिर 2009 में जितिन प्रसाद ने धौराहरा लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। यूपीए-2 में भी जितिन प्रसाद को केंद्रीय राज्य मंत्री बनाया गया। 2014 में भी जितिन प्रसाद ने लोकसभा का चुनाव लड़ा लेकिन उन्हें हार नसीब हुई है।
योगी सरकार में जब ब्राह्मणों पर अत्याचार को लेकर चर्चा शुरू हुई तब जितिन प्रसाद ने ब्राह्मण चेतना परिषद नामक एक संगठन खड़ा किया और इस संगठन के माध्यम से ब्राह्मणों की आवाज उठाई। हालांकि बाद में जितिन प्रसाद ने बीजेपी ज्वाइन कर ली। जितिन प्रसाद को महत्वपूर्ण मंत्रालय देकर उनके अनुभव का फायदा लेने की कोशिश की गई है और ब्राह्मणों को ऊचित तरजीह देने का भी संदेश दिया गया है।
अरविन्द कुमार शर्मा, ऊर्जा एवं नगर विकास मंत्री: पीएम मोदी के करीबी अरविंद शर्मा को उर्जा एवं नगर विकास मंत्री गया है। अरविंद शर्मा 1988 बैच के गुजरात कैडर के आईएएस ऑफिसर है। शर्मा पिछले 20 सालों से प्रधानमंत्री मोदी के साथ के साथ काम कर रहे हैं और गुजरात से लेकर दिल्ली तक पीएम मोदी के साथ रहें। जनवरी 2021 में शर्मा ने आईएएस की नौकरी से वीआरएस ले लिया और उन्होंने बीजेपी ज्वाइन कर ली। जनवरी 2021 में ही बीजेपी ने अरविंद शर्मा को यूपी विधान परिषद का सदस्य बनवा दिया।
अरविंद शर्मा के उप मुख्यमंत्री बनने की भी चर्चा थी। हालांकि योगी आदित्यनाथ के दूसरे कार्यकाल में उन्हें कैबिनेट मंत्री बनाया गया है और काफी महत्वपूर्ण विभाग दिए गए हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ को उम्मीद है कि अरविंद शर्मा के अनुभव का फायदा सरकार के लिए हितकारी साबित होगा।