उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों को पुलिसकर्मियों को ‘ई-पेंशन’ से जोड़ने का निर्देश देते हुए कहा कि हर पुलिसकर्मी को समय पर पदोन्नति मिलनी चाहिए। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने हाल में रेल की पटरियों पर अवरोधक मिलने की घटनाओं का संज्ञान लेते हुए कहा कि ये घटनाएं चिंताजनक हैं। उन्होंने अधिकारियों को खुफिया तंत्र को विकसित करने के साथ ही समन्वय बढ़ाने के निर्देश दिये।
शुक्रवार शाम को जारी एक आधिकारिक बयान के अनुसार मुख्यमंत्री ने अपर पुलिस महानिदेशक और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ हुई एक विशेष बैठक में पुलिस व्यवस्था को बेहतर बनाने के निर्देश दिए। बयान के अनुसार योगी ने जोर देकर कहा कि पुलिसकर्मियों को योग्यता और प्रतिभा के अनुरूप पदोन्नति दी जाए और सेवानिवृत्ति के समय देनदारी का भुगतान समय से हो।
मुख्यमंत्री ने अति विशिष्ट श्रेणी के लोगों (वीआईपी) की सुरक्षा में तैनात पुलिस बल का नियमित अंतराल पर स्वास्थ्य परीक्षण कराने के निर्देश के साथ यह भी कहा कि इनकी तैनाती में युवाओं को वरीयता दें और वीआईपी सुरक्षा में लगे जवानों के आदर्श आचरण के लिए भी काउंसलिंग कराई जानी चाहिए।
सीएम योगी ने अधिकारियों को क्या निर्देश दिए?
सीएमओ द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस की सभी इकाइयों के बीच बेहतर संवाद और समन्वय होना चाहिए। लॉजिस्टिक्स इकाई, अभिसूचना इकाई, SIT, क्राइम, PRV 112 आदि इकाइयां भले ही अलग-अलग हैं, लेकिन सभी का लक्ष्य एक ही है, प्रदेश में बेहतर कानून व्यवस्था बनाए रखना, इसलिए सभी के बीच बेहतर तालमेल होना आवश्यक है।
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उन्होंने कहा कि पुलिसकर्मियों को आधुनिक उपकरण उपलब्ध कराए जाएं और बेहतरीन प्रशिक्षण के लिए व्यवस्थाओं को और बेहतर किया जाए। वरिष्ठ अधिकारी समय पर कार्यालय आएं। पुलिस बल में लॉजिस्टिक्स का अभाव न हो। समय-समय पर इसकी समीक्षा करते रहें। हमारा पुलिस बल आधुनिक उपकरणों से लैस होना चाहिए। अभी 40 अश्वों की आवश्यकता और है। महाकुंभ में इनकी आवश्यकता पड़ेगी। इनके क्रय और प्रशिक्षण की प्रक्रिया यथाशीघ्र पूरी की जाए। प्रदेश में पहली बार होने जा रही कंडम वेपन्स के निस्तारण की प्रक्रिया को सावधानी से पूरा किया जाए
मुख्यमंत्री ने यह भी निर्देश दिए कि किसी भी कार्यालय में कोई फाइल 03 दिन से अधिक समय तक लंबित न हो। यदि किसी तरह की समस्या हो तो DGP कार्यालय, गृह विभाग अथवा सीधे मुझसे समय लेकर मिल सकते हैं, लेकिन अनिर्णय की स्थिति नहीं होनी चाहिए। फाइल लंबित नहीं रहनी चाहिए। बहुत सारी इकाइयों में फील्ड विजिट बढ़ाए जाने की आवश्यकता है।
साइबर क्राइम पर मुख्यमंत्री ने क्या कहा?
मुख्यमंत्री ने कहा कि बदलते समय के साथ साइबर क्राइम की घटनाएं तेजी से बढ़ी हैं। हमें इसके लिए हर स्तर पर सतर्क होना होगा। साइबर फ्रॉड के संबंध में जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता है। शिक्षकों, उद्यमियों, व्यापारियों, चिकित्सकों सहित अलग-अलग वर्गों के साथ समय-समय पर गोष्ठियां की जाएं। लोगों को साइबर अपराध की घटनाओं तथा सुरक्षा के तौर-तरीकों से अवगत कराया जाए। (इनपुट- भाषा & X/CM Office, GoUP)