लोकसभा चुनाव 2024 के लिए सभी दलों ने तैयारियां तेज कर दी हैं। 2014 और 2019 की तरह इस बार भी बीजेपी का यूपी पर खास फोकस है। इस महीने बीजेपी सेंट्रल लीडरशिप उत्तर प्रदेश मामलों के लिए एक नया इंचार्ज नियुक्त करने जा रही है। इसके अलावा यूपी बीजेपी ने लोकसभा चुनाव 2024 से पहले नए जिलाध्यक्षों का ऐलान करने का फैसला किया है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, बीजेपी प्रदेश के 80 फीसदी जिलों के मौजूदा अध्यक्षों को बदलने वाली है। बीजेपी ने संगठन की दृष्टि से यूपी को 6 रिजनल यूनिट्स और 98 जिलों में बांटा है।
यूपी बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने मार्च में प्रदेश पदाधिकारियों और छह रिजनल अध्यक्षों की 45 सदस्यों वाली टीम की घोषणा की थी। उन्होंने इंडियन एक्सप्रेस को बातचीत में बताया कि नए जिलाध्यक्षों के नाम का ऐलान जल्द ही किया जाएगा। उन्होंने कहा कि संगठन के काम में अनुभव और पार्टी कामकाज की समझ को देखते हुए नए जिलाध्यक्षों के चयन किया जाएगा।
बीजेपी के एक सीनियर नेता ने बताया कि जिले की यूनिट्स पार्टी के काम को जमीन पर उतारती हैं। इस समय ज्यादातर जिलों के अध्यक्ष अपना तीन साल का कार्यकाल पूरा कर चुके हैं। कई जिलों में तो जिलाध्यक्षों को 4 से 5 साल हो गए हैं, इसलिए करीब 80 फीसदी जिलों के अध्यक्षों का बदला जाना तय है।
15 जुलाई को हो सकती है नए जिला अध्यक्षों की घोषणा
उन्होंने बताया कि नए जिला अध्यक्षों की चयन की प्रक्रिया चल रही है। उनके नामों की घोषणा 15 जुलाई को चल रहे ‘महाजन संपर्क अभियान’ के समाप्त होने के बाद की जाएगी। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि पार्टी ने करीब चार महीने पहले जिलों में अध्यक्षों को बदलने का प्लान बनाया था लेकिन निकाय चुनाव की वजह से इस काम को कुछ समय के लिए होल्ड कर दिया गया।
बीजेपी के इस नेता ने बताया कि अब क्योंकि निकाय चुनाव हो चुके हैं और लोकसभा चुनाव की तैयारियां चल रही हैं, ऐसे में जिला अध्यक्षों के नाम होने वाली देरी जिले में कमेटियों के गठन में देरी करवाएगी। पार्टी चाहती है कि नए जिला अध्यक्ष और उनकी टीम लोकसभा चुनाव से कम से कम 8 महीने पहले ग्राउंड पर काम शुरू कर दे।
कई सीनियर नेताओं को किया जा सकता है प्रमोट
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, इलेक्शन मैनेजमेंट के काम में कुछ सीनियर नेताओं को प्रमोट किया जा सकता है। वर्तमान में यूपी के इंचार्ज राधा मोहन सिंह बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं। वो बिहार से सांसद भी हैं। एक नेता ने बताया कि राज्यों के इंचार्ज का कोई फिक्स कार्यकाल नहीं है क्योंकि राधामोहन सिंह को बिहार में अपने चुनाव की तैयारी भी करनी है इसलिए केंद्रीय नेतृत्व यूपी के लिए नया इंचार्ज खोज रहा है। नए इंचार्ज का नाम इस महीने के अंत में घोषित किया जा सकता है।