उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले में एक केमिकल फैक्टरी में भीषण आग लगने से 9 लोगों की मौत हो गई है। वहीं 20 से अधिक लोगों के घायल होने की जानकारी है। आग लगने की सूचना पाकर मौके पर पुलिस और दमकल विभाग की गाड़ियां पहुंची हैं और राहत बचाव कार्य चल रहा है। बताया जा रहा है कि इसमें मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है। फैक्ट्री का नाम रुही इंडस्ट्रीज है।
बता दें कि यह मामला थाना धौलाना क्षेत्र के यूपीएसआईडीसी का बताया जा रहा है। स्थानीय लोगों का मानना है कि फैक्ट्री के अंदर दो दर्जन से अधिक लोग फंसे हो सकते हैं। उन्हें सुरक्षित निकालना प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती है। शुरुआती जानकारी के मुताबिक केमिकल फैक्ट्री में बॉयलर फटने से आग लगी है। आसपास के लोगों का कहना है कि ये धमाका इतना तेज था कि उसकी आवाज काफी दूर तक सुनी गई।
हापुड़ में बॉयलर फटने से हुई मौतों पर हापुड़ के आईजी प्रवीण कुमार ने बताया कि एक औद्योगिक इकाई में उपकरण बनाने का कारखाना है, जिसे इलेक्ट्रॉनिक उपकरण बनाने के लिए अधिकृत किया गया था। मामले में कुल 15 लोग घायल हुए हैं जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उन्होंने कहा कि हादसे में जो लोग भी दोषी पाए जाएंगे उन पर कार्रवाई की जाएगी।
पीएम मोदी ने क्या कहा: इस हादसे पर पीएम नरेंद्र मोदी ने संवदेना व्यक्त करते हुए कहा, “उत्तर प्रदेश के हापुड़ की केमिकल फैक्ट्री में हुआ हादसा हृदयविदारक है। इसमें जिन लोगों को जान गंवानी पड़ी है, उनके परिजनों के प्रति मैं अपनी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं। घायलों के इलाज और दूसरी हर संभव सहायता में राज्य सरकार तत्परता से जुटी है।”
वहीं यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी बॉयलर फटने से लगी आग में गई मजदूरों की जान पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए आलाधिकारियों को मौके पर पहुंचने के आदेश दिए हैं।
वहीं सीएम योगी ने इस दुर्घटना में घायल लोगों का समुचित इलाज कराने के भी निर्देश दिए हैं। बता दें कि ब्यॉलर फटने के मामले की सीएम ने विशेषज्ञों से जांच कराने के निर्देश दिये हैं।
हापुड़ की डीएम मेधा रूपम ने बताया कि यहां पर इलेक्ट्रॉनिक उपकरण बनाने की मान्यता थी, लेकिन अब ये जांच का विषय है कि यहां क्या चल रहा था। अब तक 19 लोग घायल हैं और 9 लोगों की मृत्यु हुई है। मामले में फॉरेंसिक टीम जांच कर रही है। जांच कमेटी का गठन होगा। जो भी दोषी पाए जाएंगे उन पर कार्रवाई होगी।
इससे पहले 17 अप्रैल को भी हापुड़ में हाईवे स्थित मसौता गांव रोड पर एक प्लास्टिक फैक्टरी में आग लगी थी। जिसमें लाखों का सामान जलकर राख हो गया था। इस फैक्टरी में प्लास्टिक गलाने का काम होता है।