उत्तर प्रदेश सरकार में पूर्व मंत्री और समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के निजी सचिव अरमान खान को यूपी एसटीएफ की तरफ से गिरफ्तार कर लिया गया है। अरमान खान पर आरोप है कि वह बेरोजगार युवकों से सरकारी नौकरी दिलाने का झासा देकर करोड़ों रुपए की ठगी करता था। उसके साथ पुलिस ने पांच और लोगों को गिरफ्तार किया है। यूपी एसटीएफ की तरफ से बताया गया कि उसे लगातार नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी की शिकायते मिल रही थी, जिसके बाद कार्यवाही करते हुए पुलिस स्वामी प्रसाद मौर्य के निजी सचिव अरमान खान तक पहुंची। इस मामले में अरमान के अलावा विशाल गुप्ता, असगर अली, फैजी और अमित को गिरफ्तार किया गया है।

यूपी एसटीएफ की ओर से जारी प्रेस रिलीज़ में बताया गया कि सभी आरोपियों को लखनऊ के हजरतगंज के एक पीजी कॉलेज के पास मौजूद एसबीआई बैंक शाखा के पास से गिरफ्तार किया गया है। सभी आरोपी एक गैंग बनाकर इस ठगी को अंजाम देते थे। इसके लिए एक पूरा नेटवर्क काम करता था। इन लोगों ने अब तक सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर हजारों लोगों से करोड़ों रुपए की ठगी को अंजाम दिया है।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, असगर अली ने यूपी एसटीएफ की पूछताछ में बताया है कि वह देवरिया जिले का रहने वाला है और आउट सोर्सिंग पर कई विभागों में काम कर चुका है। उसने बताया कि जमील गैंग में लड़कों को फंसाने का करता है जबकि गैंग में अमित राव के जरिए अरमान खान जुड़ा हुआ था। अरमान खान ट्रांसफर और पोस्टिंग कराने के लिए पैसे लेता था।

स्वामी प्रसाद मौर्य तक पहुंच सकती है जांच: अरमान खान बसपा और भाजपा सरकार दोनों ही सरकार में स्वामी प्रसाद मौर्य का निजी सचिव रहा है। ऐसे में जांच स्वामी प्रसाद मौर्य तक भी पहुंच सकती है।

एसटीएफ ने इन लोगों के पास से साथ मोबाइल फोन , हस्ताक्षर सहित 57 चेक, 5 आई कार्ड, 22 जाली नियुक्ति पत्र, विभिन्न पदों पर नियुक्तियों के लिए 14 व्यक्तियों के शैक्षणिक प्रमाण पत्र और अन्य दस्तावेज मिले हैं।