राजे रजवाड़े परंपराओं को बेहद संजीदगी से निभाते आए हैं। शुभ-अशुभ का ख्याल रखकर ही वो अपने सारे काम करते हैं। अमेठी की हाईप्रोफाइल सीट की बात करें तो यहां भी एक अनूठी परंपरा कई सालों से चली आ रही है। ये परंपरा भी पुरानी मान्यता से जुड़ी है जिसे आज भी निभाया गया।

एक टीवी रिपोर्ट के मुताबिक परंपरा डॉ. संजय सिंह से जुड़ी है। वह जिस बूथ पर वोटिंग करते हैं, वहां पहले धोबी पंचम वोट करते हैं, उसके बाद राजा और फिर रानी वोट करती हैं। इस बार भी उसी परंपरा का निर्वहन किया गया। कभी गांधी परिवार के खासमखास रहे संजय सिंह अब बीजेपी में हैं।

संजय सिंह मॉडल प्राथमिक विद्यालय रामनगर में बूथ संख्या 52 पर मतदान करते हैं। इसी बूथ पर यह अनोखी परंपरा रही है कि सबसे पहले धोबी पंचम वोट करते हैं। उसके बाद राजा संजय सिंह और उनकी महारानी वोट करती हैं। परंपरा का पालन करते हुए पहले पंचम सिंह ने वोट डाला। फिर संजय सिंह ने वोट डाला। पंचम सिंह ने इस पर बताया कि लंबे समय से यह परंपरा चली आ रही है। इससे पहले उनके पिता सबसे पहले धोबी वोट डालते थे। इस परंपरा को महाराज का परिवार शुभ मानता है। पंचम सिंह के बाद उनके बेटे इस परंपरा को निभाएंगे।

बीजेपी ने अमेठी विधानसभा सीट पर टिकट की दावेदारी में लगी दो रानियों के बजाय संजय सिंह पर ही दांव खेला है। धारा 370 के मुद्दे पर कांग्रेस पार्टी की सदस्यता और राज्यसभा से इस्तीफा देने वाले डॉ. संजय सिंह को अमेठी विधानसभा सीट से भाजपा का उम्मीदवार घोषित किया गया है। डॉ. संजय सिंह 33 साल बाद विधानसभा का चुनाव लड़ेंगे।

अमेठी विधानसभा सीट से उनकी पहली पत्नी गरिमा सिंह 2017 के चुनाव में विजयी हुई थी। इस बार उनकी बहू शांभवी के साथ ही उनकी दूसरी पत्नी अमीता सिंह भी बीजेपी से दावेदार थीं। पार्टी ने दोनों के बजाए संजय को उम्मीदवार घोषित किया है। उनके सामने सपा सरकार में खनन मंत्री रहे और रेप के आरोपी गायत्री प्रजापति की पत्नी महाराजी देवी हैं। ध्यान रहे कि यूपी में पांचवें चरण का मतदान जारी है। पांचवें चरण में 12 जिलों की 61 सीटों पर मतदान होना है। अमेठी में भी पांचवे चरण के तहत आज सुबह से वोटिंग की जा रही है।