उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में प्रचंड जीत के साथ सत्ता में वापसी के बाद योगी सरकार की प्राथमिकता में दलित समुदाय है। मिशन 2024 के तहत दलित कल्याण का रोड मैप तैयार कर लिया गया है। इसकी शुरुआत अंबेडकर जयंती यानी 14 अप्रैल से होगी। इस दौरान कई जिलों में बड़े पैमाने पर कार्यक्रमों का आयोजन होगा। इससे “दलित मित्र” का संदेश देने की कोशिश होगी।
जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दिशा-निर्देश पर लखनऊ, बरेली, वाराणसी, गोरखपुर और आगरा समेत अन्य प्रमुख शहरों में बाबा साहब अंबेडकर जयंती पर संस्कृति विभाग कार्यक्रमों का आयोजन कराया जाएगा। इनकी शुरुआत 13 अप्रैल की शाम को डॉ.भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय में गोष्ठी के आयोजन से होगी। 14 अप्रैल को मुख्य कार्यक्रम का आयोजन आंबेडकर महासभा परिसर में होगा। सीएम योगी इस दौरान उपस्थित होंगे।
यूपी तक के अनुसार उत्तर प्रदेश में भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के अध्यक्ष रामचंद्र कन्नौजिया ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि अंबेडकर जयंती पर तमाम प्रकार के आयोजन होने हैं। अवधि बिरहा और नुक्कड नाटक जैसे कार्यक्रम होंगे। इसके माध्यम से लोगों से भीम राव अंबेडकर जी के संदेश को बताया जाएगा।
कन्नौजिया ने आगे कहा कि दलित समुदाय के लोगों को योजनाओं के बारे में हमारे कार्यकर्ताओं और नेताओं को उनके ही भाषा में समझाना चाहिए। इसका कारण है कि मलिन बस्तियों में शिक्षा का अभाव है। वे बड़ी बातों को कम समझते हैं। उनकी भाषा में समझ करके उन्हें समझाना होगा। इस बार पूरे प्रदेश में इन लोगों के पास जाना हुआ। वहां जाकर उनकी भाषा में बात करने से उन्हें ज्यादा प्रसन्नता हुई।
कन्नौजिया ने आगे बताया कि योगी सरकार की योजनाओं से दलित समाज के लोग काफी खुश हैं। जो लोग पूस की झोपड़ी में रहते थे उनका दो मंजिला मकान बन गया है। वो कहते हैं कि पहली बार ऐसी योजना लाभ मिला है। एक प्रधानमंत्री ने कहा था कि गरीबों को एक रुपया भेजा जाता है तो उसमें से 85 पैसा गायब हो जाता है। हमारे मोदी जी के कार्यकाल में ऐसा नहीं हुआ। एक रुपया भेजा गया तो गरीब के पास पूरा एक रुपया पहुंचा है।
दलित वोट साधने को लेकर कन्नौजिया ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी जब भी कोई काम करते हैं तो संकल्प लेकर काम करते हैं। जनता जो हमसे अपेक्षा लेकर बैठी है वो सब पूरी होती हैं। जब कोई अच्छा काम करता है तो उम्मीदें बढ़ जाती हैं। इन अपेक्षाओं पर खरा उतरना है और पूरी ताकत के साथ उनके बीच में काम करना है। 2014 को लेकर उन्होंने कहा कि जिस तरह इस बार समर्थन मिला है, कोई विकल्प नहीं बचेगा।