आजम खान के मीडिया प्रभारी फसाहत अली खान ने एक बयान देकर प्रदेश की राजनीति में हलचल तेज कर दी। दरअसल आजम खान के मीडिया प्रभारी ने एक बयान देते हुए कहा कि अखिलेश यादव, आजम खान का नाम तक नहीं लेते। उन्होंने ये भी कहा कि लगता है योगी आदित्यनाथ सही कहा करते थे कि अखिलेश यादव नहीं चाहते कि आजम खान जेल से बाहर निकलें। आजम खान के मीडिया प्रभारी के बयान के बाद सपा के सहयोगी साथी और महान दल के प्रमुख केशव देव मौर्य ने बड़ा बयान दिया है।
केशव देव मौर्य ने आजम खान के मीडिया प्रभारी के बयान पर एक समाचार चैनल से बात करते हुए कहा कि, “मुझे लगता है यह बयान सुर्खियों में बने रहने के लिए दिया गया है। अगर आजम खान साहब की पत्नी जो पूर्व में सांसद और विधायक रह चुकी हैं या फिर उनके विधायक बेटे ऐसा बयान देते तो मैं मान सकता था। आजम खान के बेटे विधायक हैं और लोकप्रिय हैं। उनका ऐसा कोई बयान नहीं आया है तो इस तरह की बातें कोई मायने नहीं रखती।”
केशव देव मौर्य ने आगे कहा कि, “आज तक अखिलेश यादव जी के मुंह से मैंने कभी आजम खान साहब नहीं सुना है, बल्कि उन्होंने हमेशा आजम खान साहब को ‘आदरणीय आजम खान साहब’ कह कर संबोधित किया है और उनके बेटे अब्दुल्ला आजम को हमेशा ‘भाई’ कहकर संबोधित किया है। उनको हमेशा अपने भाई की तरह मानते हैं और बराबर अपने बगल बैठाते हैं और मिलते हैं। अखिलेश यादव, आजम खान को गार्जियन की तरह मानते हैं।”
दरअसल समाजवादी पार्टी की जिला स्तरीय बैठक में आजम खान के मीडिया प्रभारी फसाहत अली खान, अखिलेश यादव पर भड़क गए थे और उन्होंने कहा था कि, “अखिलेश यादव को अब हमारे कपड़ों से बदबू आती है। आजम खान साहब से अखिलेश यादव सिर्फ एक बार जेल में मुलाकात करने गए हैं। हमने बीजेपी से दुश्मनी कर ली और सजा सिर्फ हमें मिल रही है और आप (अखिलेश यादव) मजे ले रहे हैं।”
वहीं इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए फसाहत अली खान ने कहा कि, “अब हम आजम खान साहब से निर्णय लेने के लिए कहेंगे कि वह समाजवादी पार्टी को छोड़ दें।” उन्होंने कहा कि आजम खान साहब ने लोकसभा की सदस्यता से इस्तीफा विधानसभा में जनता की आवाज उठाने के लिए दिया था, लेकिन नेता प्रतिपक्ष पद के लिए उनके नाम का चयन नहीं किया गया।