उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान गोरखपुर शहर सीट से विधायक रहे राधा मोहन दास अग्रवाल ने सीएम योगी आदित्यनाथ के लिए अपनी सीट छोड़ दी थी। विधानसभा चुनावों में सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस सीट से बड़े अंतर से चुनाव जीता। वहीं, अब राधा मोहन दास अग्रवाल ने चिकित्सा के अपने पुराने पेशे में वापसी कर ली है। 20 सालों के राजनीतिक करियर को छोड़कर अब वह दोबारा बच्चों का इलाज शुरू करने जा रहे हैं।
बाबाल रोग विशेषज्ञ राधा मोहन दास अग्रवाल साल 2002 से लेकर 2022 तक लगातार गोरखपुर शहर विधानसभा सीट से विधायक रहे। हालांकि, उन्हें पार्टी ने 2022 के विधानसभा चुनावों में टिकट नहीं दिया, लेकिन उन्होंने इसका विरोध नहीं किया। ऐसा माना जा रहा था कि राधा मोहन दास अग्रवाल को योगी सरकार के दूसरे कार्यकाल के दौरान कैबिनेट में जगह मिल सकती है। लेकिन कैबिनेट में पूर्व विधायक को जगह नहीं मिली। वहीं, अब उन्होंने पत्र जारी कर चिकित्सा के क्षेत्र में दोबारा लौटने के अपने फैसले के बारे में जानकारी दी है।
एक भावुक अपील करते हुए राधा मोहन दास अग्रवाल ने ट्विटर पर एक पत्र शेयर किया, जिसके जरिए उन्होंने कहा, “मैं विगत 20 सालों से नगर विधायक के रुप में आप सभी की पूरी ईमानदारी और निष्ठा के साथ सेवा करता रहा। अब मैं इस दायित्व से मुक्त हो गया हूं।”
भाजपा के पूर्व विधायक ने लिखा, “मैं 1986 से गोरखपुर समेत पूर्वी यूपी के लाखों बच्चों की स्वास्थ्य की देखभाल कर रहा था। पिछले 20 सालों में बतौर नगर विधायक रहते कभी-कभी इस काम में व्यवधान भी आ जाया करता था। अब मैं बच्चों की देखभाल का काम दाउदपुर स्थित अपने आवास से दोबारा शुरू कर रहा हूं।” उन्होंने कहा कि वे सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक मरीजों को देखेंगे।
पूर्व विधायक ने कहा कि इस फैसले का वह राजनीतिकरण नहीं करना चाहते हैं। लिहाजा, अपने फैसले के बारे में मीडिया से बात करने से उन्होंने इनकार कर दिया। बता दें कि विधायक रहने के दौरान भी डॉ. राधा मोहन दास अग्रवाल मरीजों का इलाज किया करते थे।