उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सभास्थल के पास सांड़ छोड़े जाने का वीडियो सही नहीं है। यह बात वहां की पुलिस ओर से साफ की गई है। एसपी अनुराग वत्स ने एक हिंदी अखबार को इस बारे में बताया कि मामले की एसडीएम और सीओ फतेहपुर से जांच कराई गई। इसमें वायरल वीडियो (घटना से जुड़ा) फेक पाया गया। सीएम के कार्यक्रम स्थल के पास इस तरह की कोई भी घटना नहीं घटी।
बकौल वत्स, “वायरल क्लिप में एक मैदान में भारी संख्या में पशु नजर आ रहे थे। बताया गया था कि ये सांड़ किसानों ने गौरा सैलक में हुई सीएम की जन सभा के पास छोड़ दिए थे।”
वहीं, उत्तर प्रदेश सरकार के आईपीआरडी के तहत आने वाले फैक्ट चेंकिंग टि्वटर हैंडल की ओर से भी इस बाबत साफ किया गया कि कुछ सोशल मीडिया अकाउंट्स के जरिए सीएम की रैली में किसानों की ओर से आवारा पशु (“छुट्टे जानवर”) छोड़ने के फोटो/वीडियो वायरल किए जा रहे हैं। बाराबंकी पुलिस इस बारे में बता चुकी है कि रैली स्थल पर ऐसी कोई घटना नहीं हुई है। यह खबर निराधार और असत्य है।
@InfoUPFactCheck हैंडल की ओर से इसके साथ ही अपील की गई कि लोग इस तरह की भ्रामक सूचनाओं को सोशल मीडिया पर फैलाने से बचें।
क्या है पूरा मामला?: दरअसल, 22 फरवरी, 2022 को सीएम योगी की बाराबंकी में रैली थी। इस बीच, सोशल मीडिया पर एक वीडियो आया, जिसे वहां के कार्यक्रमस्थल के आस-पास का बताया गया था। कहा गया कि सीएम की रैली से पहले आक्रोशित किसानों ने सैकड़ों गाय, बैल और सांड़ छोड़ दिए। यह वीडियो देखते ही देखते सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म्स पर तेजी से वायरल हो गया।
“आवारा पशुओं को किसानों की फसल बर्बाद न करने देंगे”: इस बीच, सीएम योगी ने मंगलवार (22 फरवरी, 2022) को कहा- हमारी सरकार में गोवंश को न बूचड़खाने में जाने दिया जाएगा और न ही आवारा पुशओं को किसानों के खेतों को बर्बाद करने दिया जाएगा। हमारी सरकार आवारा पशुओं की वजह से फसल को होने वाले नुकसान की समस्या का समुचित समाधान करेगी, क्योंकि किसान भाजपा सरकार की प्राथमिकताओं में हैं।
कुर्सी विधानसभा के गौरा सैलक में भाजपा प्रत्याशी के समर्थन में जनसभा के दौरान वह आगे बोले- यूपी में जब भाजपा सरकार बनी तो पहला फैसला किसानों के लिए तो दूसरा निर्णय बेटियों की सुरक्षा के लिए लिया गया था। हमने फैसला लिया था कि गोवंश को बूचड़खानों में कटने नहीं देंगे तो किसानों की फसलें भी नष्ट नहीं होने देंगे। इसके लिए जगह-जगह गोशालाएं बनवाईं गई हैं और किसानों के हित में आगे और बड़े फैसले लिए जाएंगे।