उत्तर प्रदेश में कुछ ही महीनों में विधानसभा चुनाव होने हैं। इससे पहले बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा है कि अगर यूपी में उनकी सरकार बन जाती है तो वह बदले की भावना से काम नहीं करेंगे बल्कि जो प्रोजेक्ट चल रहे हैं उनको पूरा करवाएंगी। उन्होंने कहा कि अयोध्या, वाराणसी और मथुरा जैसे धार्मिक स्थलों पर भी जो निर्माण के कार्य चल रहे हैं, उनको पूरे करवाने की जिम्मेदारी वह लेंगी।
उन्होंने कहा, ‘अयोध्या, वाराणसी, मथुरा व अन्य धार्मिक स्थलों पर लोगों की सुविधा के लिए बीएसपी की सरकार के पदचिह्नों पर चलकर वर्तमान सरकार ने जो भी कार्य किए हैं उन्हें बदले की भावना से रोका नहीं जाएगा बल्कि पूरा करवाया जाएगा।’ पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की टीएमसी के प्रदर्शन का उदाहरण देते हुए मायावती ने कहा कि चुनाव से पहले कराए जा रहे सर्वे केवल लोगों को गुमराह कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल के लिए किए गए कई सर्वे गलत साबित हुए थे।
मायावती ने चुनाव आयोग से सभी राज्यों में प्री-पोल सर्वे पर बैन लगाने की मांग की है। लखनऊ में एक बड़ी जनसभा को संबोधित करते हुए मायावती ने कहा कि उनकी पार्टी भले ही मैनिफेस्टो नहीं जारी करती लेकिन एक खाका खींच देती है कि आगे क्या किया जाएगा औरअपने वादों पर खरी उतरती है।
भाजपा और अन्य विपक्षी पार्टियों पर निशाना साधते हुए मायावती ने कहा कि कई पार्टियां भाजपा की मदद कर रही हैं। उन्होंने लोगों से पूछा कि क्या वह अपना वोट बर्बाद करना चाहते हैं? मायावती ने कहा कि अगर लोगों ने किसी अन्य पार्टी को वोट दिया तो एक बार फिर से भाजपा सत्ता में लौट आएगी। उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं से भी कहा कि चुनाव की घोषणा होने के बाद से चुनाव संपन्न होने तक उन्हें किसी तरह की संपत्ति को नुकसान नहीं पहुंचाना है और विपक्षी पार्टियों के बहकावे में नहीं आना है।
चुनाव से पहले सर्वे के विरोध में मायावती ने कहा, बंगाल में जब चुनाव चल रहा था तो वहां पर रिजल्ट आने से पहले सर्वे वाले ममता बनर्जी को बहुत पीछे दिखा रहे थ। लेकिन जब रिजल्ट आया तो,,,जो सत्ता के सपने देख रहे थे उनका सपना चकना-चूर हो गया और ममता बनर्जी भारी बहुमत से वापस आ गईं। इसलिए इनके बहकावे में नहीं आना है।