यूपी के आगरा शहर से बड़ी खबर आ रही है। आरएसएस के कार्यकर्ताओं को दरगाह के परिसर में शाखा लगाने से रोकना आगरा के एसपी सिटी और चौकी इंचार्ज को भारी पड़ गया है। एसपी सिटी का तबादला कर दिया गया है जबकि चौकी प्रभारी को निलंबित कर दिया गया है। आगरा के भाजपा विधायकों का दावा है कि हमारी शिकायत पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ये कार्रवाई की है। जबकि अन्य पुलिसकर्मियों की भूमिका की जांच की जा रही है।

दरगाह से सूचना मिलने पर पहुंची थी पुलिस : आगरा के भाजपा विधायक योगेंद्र उपाध्याय और चौधरी उदयभान सिंह ने बताया कि आगरा जिले के थाना ताजगंज क्षेत्र में चमरौली मोड़ के पास पावन धाम कॉलोनी है। इसी कॉलोनी में बाबा नईम शाह की दरगाह है। उनका दावा है कि दरगाह के परिसर में कई सालों से आरएसएस के कार्यकर्ता बजरंग शाखा लगाते चले आ रहे हैं। सोमवार की शाम संघ के कार्यकर्ता दरगाह के पास के मैदान में लाठी चलाने का अभ्यास कर रहे थे। दरगाह में रहने वाली महिला बिल्कित ने इसकी सूचना पुलिस को दी। इस पर एकता चौकी के प्रभारी राजकुमार तत्काल मौके पर पहुंच गए। उन्होंने तत्काल मौके से भगवा झंडा हटाने के लिए कहा।

तस्वीर का इस्तेमाल केवल प्रतीकात्मक रूप से किया गया है। (फाइल फोटो)

पुलिस पर आतंकवादी कहने का आरोप: दोनों विधायकों का आरोप है कि चौकी प्रभारी ने इस दौरान स्वयंसेवकों के साथ अभद्रता करते हुए चार कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया। कथित तौर पर चौकी इंचार्ज ने कहा कि तुम्हीं लोग आतंकवादी पैदा कर रहे हो। चौकी प्रभारी पर आरोप है कि उन्होंने आरएसएस कार्यकर्ताओं को पीटा भी है। सोमवार की रात शाखा बंद करने की खबर मिलते ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवक अशोक कुलश्रेष्ठ और भुवेन्द्र ने मामले में चौकी इंचार्ज से बात करने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने कोई उज्र सुनने से इंकार कर दिया।

प्रशासन से नहीं बनी बात: सोमवार की रात में स्वयंसेवकों की बैठक दावत होटल में पुलिस अधीक्षक (नगर) कुंवर अनुपम सिंह और एडीएम सिटी से हुई, लेकिन बात नहीं बनी। रात में ही एसएसपी अमित पाठक और डीएम गौरव दयाल के साथ भी मीटिंग की गई। संघ के पदाधिकारी इस बात पर अड़े रहे कि पुलिस क्षेत्राधिकारी, थानेदार और चौकी इंचार्ज के खिलाफ कार्रवाई की जाए। वहीं इस घटना से आक्रोशित होकर विहिप के नेता रवि दुबे के नेतृत्व में ताज व्यू तिराहे पर जाम लगाया गया। लेकिन इसे संघ नेताओं ने ही बीच—बचाव के बाद खुलवा दिया।

विधायकों की शिकायत पर गिरी गाज: बताया गया कि सीएम योगी आदित्यनाथ को इस घटना से विधायक डॉ. जीएस धर्मेश ने सोमवार रात ही अवगत करवाया था। लेकिन उस वक्त कोई जवाब नहीं आया। मंगलवार की सुबह विधायक चौधरी उदयभान सिंह और योगेंद्र उपाध्याय ने सीएम को इस घटना की जानकारी दी। इसके बाद सीएम कार्यालय से आए निर्देशों के आधार पर आगरा के पुलिस अधीक्षक (नगर) कुंवर अनुपम सिंह को हटा दिया गया है। एकता चौकी प्रभारी राजकुमार को निलंबित किया गया है। अन्य के मामले में जांच कर कार्रवाई का निर्देश दिया गया है।