उत्तर प्रदेश के वाराणसी स्थित ज्ञानवापी मस्जिद में कोर्ट के आदेश पर 14 से 16 मई 2022 के बीच कराए गए सर्वे का वीडियो सोमवार (30 मई 2022) को हिंदू और मुस्लिम पक्ष को सौंप दिया गया। हिंदू पक्ष ने सर्वे की सीडी मिलने के बाद आरोप लगाया कि सर्वे का वीडियो लीक कर दिया गया है। हिंदू पक्ष का दावा है कि वह मंगलवार (31 मई 2022) को कोर्ट के समक्ष इस मामले में शिकायत दर्ज कराएंगे। इस बीच सर्वे का वीडियो कई मीडिया चैनलों पर दिखाया जा रहा है। वीडियो में शिवलिंग, त्रिशूल, डमरू के चिन्‍ह दिखने का दावा किया जा रहा है।  

देवकीनंदन ठाकुर बोले- सोमवार को भोले बाबा पधारे

न्‍यूज चैनल इंडिया टीवी पर चले वीडियो में वजूखाने के भीतर सर्वे की फुटेज का हिस्‍सा प्रमुखता से दिखाया गया। चैनल पर दिखाए जा रहे वीडियो को लेकर कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर ने कहा, ”बाबा सोमवार के दिन पधारे और हम सब भारतीयों को जगाने के लिए पधारे हैं। अब जितना जल्दी हो सके, सभी को एक अर्जी दाखिल करनी चाहिए। 353 साल बीत चुके हैं और नंदी अपने प्रभु की प्रतीक्षा कर रहे हैं। मुस्लिम धर्म को मानने वाले लोग अभी वहां वजू नहीं कर रहे हैं, लेकिन मुस्लिम पक्ष ने सुप्रीम कोर्ट में कहा कि हमें वजू वहीं करना है। अब उस मंदिर क्षेत्र में नमाज अदा न हो। जब तक केस न सुलझे तब तक एक पुजारी जी वहां लग जाएं, जिससे शिव की पूजा हो सके।”

न्यूज़ चैनल एबीपी न्यूज़ पर भी वीडियो दिखाया गया, जिसमे वजूखाने के पास कई वकील खड़े दिखाई दे रहे हैं। वजूखाने से पानी को निकलवाया गया और उसके एक अन्दर शिवलिंग मिलने का दावा किया गया। हालांकि मुस्लिम पक्ष ने कहा कि जिसे हिन्दू पक्ष शिवलिंग बता रहा, वो केवल फव्वारा है। वीडियो में दिखाई दे रहा है कि वजूखाने से पानी निकलवाया जा रहा है। वीडियो में मस्जिद की दीवारों पर त्रिशूल और हाथी के चिन्ह भी दिखाई दे रहे हैं।

हिन्दू पक्ष के वकील विष्णु शंकर जैन ने इंडिया टीवी न्यूज़ चैनल पर कहा, “अगर मुस्लिमों के पास किसी भी मस्जिद में ऐसा फाउंटेन है, तो मुस्लिम पक्ष इसे सावर्जनिक करे। मैंने तो अपनी जिंदगी में ऐसा फाउंटेन नहीं देखा है। मेरा मानना है कि मामले के जल्दी निपटारे के लिए केंद्र सरकार मामले में दखल दे और फ़ास्ट ट्रैक कोर्ट बनाए जाएं। 1991 के प्लेसेस ऑफ वरशिप एक्ट को तुरंत खत्म किया जाए। हमने अपनी याचिका में पूजा का अधिकार मांग रखा है।”

मामले में सीबीआई जांच की मांग

राखी बिसेन सिंह और जितेन्द्र सिंह बिसेन ने सीबीआई जाँच की मांग की है। उन्होंने पहले ही वीडियो के लीक होने की आशंका जताई थी। अब उनकी तरफ से वीडियो लीक की सीबीआई जाँच की मांग की जा रही है। जितेन्द्र सिंह ने दावा किया है कि एक ऐसा व्यक्ति है जो सर्वे टीम में था और वो वीडियो लीक कर सकता है। हालांकि उन्होंने मीडिया में उस व्यक्ति का नाम नहीं बाताया है बल्कि कोर्ट में बताएँगे।

जितेन्द्र सिंह बिसेन ने न्यूज़ चैनल एबीपी न्यूज़ से बात करते हुए कहा, “मुझे पहले ही लीक की आशंका थी और सिर्फ वीडियो लीक की ही सीबीआई जाँच न हो, बल्कि जांच इस बात की भी हो कि जो लोग भी सर्वे में शामिल हैं, उनके खिलाफ जांच कमीशन बैठे और जो भी वादी हैं, प्रतिवादी हैं, अधिवक्ता हैं, वो किन लोगों से मिल रहे हैं, किनसे उनकी बातचीत हो रही? इन सबकी जांच हो।”