रामपुर लोकसभा चुनाव में के आधार कार्ड के वोट न डालने को लेकर जमकर बवाल मच रहा है। रामपुर के सीओ और सिटी मजिस्ट्रेट ने शहर के रजा डिग्री कॉलेज पहुंचकर लोगों को आधार कार्ड के जरिए वोट डालने से रोक दिया। पूरे मामले पर सीओ अनुज कुमार चौधरी ने कहा कि कल रात शहर में कुछ लोगों को फर्जी आधार कार्ड के साथ पकड़ा गया है, जिसके कारण प्रशासन की ओर से यह फैसला लिया गया है।
इस फैसले के बाद बड़ी संख्या में मतदान पर मौजूद मतदाताओं को आधार कार्ड से वोट देने से रोक दिया गया। पूरे ममाले पर आए वोटरों ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा है कि वसीम नाम के वोटर कहते हैं, हम काफी समय से आधार कार्ड से वोट डाल रहे हैं लेकिन इस बार हमें इससे वोट डालने से माना कर दिया गया। वहीं, कृष्णा नाम की महिला ने कहा कि आधार कार्ड पर मेरे पति का नाम, जन्मतिथि और पता एकदम ठीक दर्ज है, फिर भी मुझे वोट नहीं देने दिया गया है। अब मैं बिना वोट दिए घर लौट रही हूं।
राममाला नाम की महिला ने मैं वोट के लिए मतदान केंद्र पर मौजूद थी, तभी दो अधिकारियों ने आधार कार्ड से वोट डालने से मना कर दिया। उन्होंने कहा कि वे पिछले कई चुनावों से इसके जरिए ही वोट डालती आई है।
गौरतलब है कि कल रात को रामपुर पुलिस की ओर से बताया गया कि चार लोगों को सैकड़ों फर्जी आधार कार्ड के साथ पकड़ा गया था। पकड़े गए लोगों पर आरोप हैं कि उन्होंने शहर में सैकड़ों में संख्या में फर्जी आधार कार्ड का बनाए हैं और वितरित किए हैं।
चुनाव आयोग की ओर से मतदान के जारी की गई प्रमाण पत्रों की सूची के मुताबिक, मतदाता सूची में नाम होने पर कोई मतदाता आधार कार्ड लेकर वोट डालने जा सकता है।
उत्तर प्रदेश में रामपुर और आजमगढ़ लोकसभा उपचुनाव हो रहा है। सपा प्रत्याशी आसिम राजा ने मतदान में गड़बड़ी का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि पुलिस एक खास वर्ग के लोगों को मतदान करने से रोक रही है। दूसरी तरफ पुलिस ने उनके आरोपों को सरासर गलत बताया और कहा कि सभी मतदान केंद्रों पर लोगों की लंबी कतारें लगी हुई हैं। कहीं कोई गड़बड़ी नहीं है।