उत्तर प्रदेश के रामपुर और आजमगढ़ लोकसभा सीट के लिए उप चुनाव होने वाले हैं और चुनाव प्रचार में सपा और बीजेपी के नेता पूरी ताकत झोके हुए हैं। रामपुर का चुनाव काफी दिलचस्प है क्योंकि आजम खान की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है। आजम खान ने सपा से अपने करीबी आसिम रजा को टिकट दिलवाया है। तो वहीं बीजेपी ने कभी आजम खान के करीबी रहे घनश्याम लोधी को टिकट दिया है।

आजम खान रामपुर में जमकर चुनाव प्रचार कर रहे हैं। चुनाव प्रचार के दौरान आजम खान नवाब परिवार को भी निशाने पर ले रहे हैं। हालांकि नवाब परिवार का कोई भी सदस्य इस बार चुनाव नहीं लड़ रहा है। आजम खान एक चुनावी जनसभा में पहुंचे थे जहां पर उन्होंने नवाब परिवार को लेकर विवादित बयान दे दिया। दरअसल नवाब काजिम अली खान ने आजम खान के खिलाफ विधानसभा का चुनाव लड़ा था और उन्हें महज 4000 वोट मिले थे।

आजम खान ने चुनावी जनसभा में विधानसभा चुनाव का जिक्र करते हुए कहा कि, “वह नवाब थे लेकिन उन्हें विधानसभा चुनाव में महज 3000 वोट मिले। इससे ज्यादा तो रामपुर में किन्नर होंगे, यानी हिजड़ों ने भी उन्हें वोट नहीं दिया।” आजम खान के बयान के बाद नवाब की प्रतिक्रिया आनी थी।

नवाब काजिम अली खान ‘नवेद मियां’ ने आजम खान के बयान पर मीडिया से बात करते हुए कहा, “आजम खान ढाई साल से जेल में बंद थे, इसलिए उनके दिमाग में जंग लग गया है। आजम खान किन्नरों से सेवा ले रहे हैं और किन्नरों की कितनी गिनती है यह आजम खान से बेहतर कोई नहीं जानता। आजम खान फ्रस्ट्रेशन में है और इनसिक्योरिटी के शिकार हैं। वह चंद दिनों के लिए बाहर हैं। उसके बाद फिर परिवार सहित जेल चले जाएंगे। सपा सरकार ना रहने पर आजम खान काफी ज्यादा डरे रहते हैं।”

आजम खान और नवाब परिवार की अदावत काफी पुरानी है। नवाब काजिम अली खान को उम्मीद थी कि कांग्रेस चुनाव लड़ेगी और उनको उम्मीदवार बनाएगी। लेकिन कांग्रेस ने लोकसभा उपचुनाव लड़ने से मना कर दिया, जिससे काजिम अली खान नाराज हैं और उन्होंने बीजेपी को समर्थन का ऐलान कर दिया है।