कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने गाजियाबाद में एक बुजुर्ग मुस्लिम व्यक्ति की पिटाई के मामले पर मंगलवार को कहा कि ऐसी क्रूरता समाज और धर्म दोनों के लिए शर्मनाक है। उन्होंने इस घटना से संबंधित एक खबर का हवाला देते हुए ट्वीट किया, “मैं ये मानने को तैयार नहीं हूं कि श्रीराम के सच्चे भक्त ऐसा कर सकते हैं। ऐसी क्रूरता मानवता से कोसों दूर है और समाज व धर्म दोनों के लिए शर्मनाक है।”
गौरतलब है कि गाजियाबाद में एक बुजुर्ग मुस्लिम व्यक्ति की पिटाई करने और जबरन उनकी दाढ़ी काटने के आरोप में पुलिस ने और दो लोगों को गिरफ्तार किया है। पीड़ित व्यक्ति का दावा है कि उनकी पिटाई करने वालों ने उनसे ‘जय श्री राम’ का नारा लगाने को कहा था। पुलिस ने इस मामले में साम्प्रदायिक पहलू होने से इंकार किया है। उनका कहना है कि सूफी अब्दुल समद की पिटाई करने वालों में हिन्दू-मुसलमान मिलाकर कुल छह लोग शामिल थे और सभी उनके द्वारा बेचे गए ताबीज को लेकर नाखुश थे।
उनके ट्वीट का जवाब देते हुए यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रभु श्री राम की पहली सीख है-“सत्य बोलना” जो आपने कभी जीवन में किया नहीं। शर्म आनी चाहिए कि पुलिस द्वारा सच्चाई बताने के बाद भी आप समाज में जहर फैलाने में लगे हैं। सत्ता के लालच में मानवता को शर्मसार कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश की जनता को अपमानित करना, उन्हें बदनाम करना छोड़ दें।
प्रभु श्री राम की पहली सीख है-"सत्य बोलना" जो आपने कभी जीवन में किया नहीं।
शर्म आनी चाहिए कि पुलिस द्वारा सच्चाई बताने के बाद भी आप समाज में जहर फैलाने में लगे हैं।
सत्ता के लालच में मानवता को शर्मसार कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश की जनता को अपमानित करना, उन्हें बदनाम करना छोड़ दें। pic.twitter.com/FOn0SJLVqP
— Yogi Adityanath (मोदी का परिवार) (@myogiadityanath) June 15, 2021
पुलिस ने इस मामले में साम्प्रदायिक पहलू होने से इंकार किया है। उनका कहना है कि सूफी अब्दुल समद की पिटाई करने वालों में हिन्दू-मुसलमान मिलाकर कुछ छह लोग शामिल थे और सभी उनके द्वारा बेचे गए ताबीज को लेकर नाखुश थे। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अमित पाठक ने कहा कि गिरफ्तार युवकों की पहचान कल्लू और आदिल के रूप में हुई है। इनके अलावा पॉली, आरिफ, मुशाहिद और परवेश गुर्जर को भी इस सिलसिले में गिरफ्तार किया गया है।
गाजियाबाद पुलिस ने इससे पहले गुर्जर को गिरफ्तार किया था, सूफी के पिटाई की घटना उसके आवास पर हुई थी। पांच जून को हुई घटना के दो दिन बाद भारतीय दंड संहिता की धारा 342, 323, 504 और 506 में मामला दर्ज किया गया। सूफी ने अपनी शिकायत में यह नहीं कहा था कि उनकी दाढ़ी काटी गई और उनसे जबरन ‘जय श्री राम’ बुलवाया गया।
पुलिस अधीक्षक देहात इराज राजा ने बताया कि पुलिस अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापे मार रही है और उन्हें जल्दी ही पकड़ लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि तंत्र-मंत्र साधना करने वाले सूफी ने गुर्जर को उसके परिवार के कुछ सदस्यों को बुरी नजर से बचाने के लिए कुछ ताबीज दिए थे, लेकिन उससे कुछ फर्क नहीं पड़ने के कारण दोनों के बीच कहासुनी हो गई।
सोशल मीडिया पर वायरल हुए कथित वीडियो में गाजियाबाद के लोनी क्षेत्र में चार लोग सूफी की पिटाई करते, उनकी दाढ़ी काटते और उनसे ‘जय श्री राम’ का नारा लगाने को कहते हुए दिख रहे हैं।

