केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के खिलाफ फेसबुक पर कथित रूप से अपमानजनक टिप्पणी करने वाले एक प्रोफेसर को फिर एक अदालत में आत्मसमर्पण करने के बाद जेल भेज दिया गया। शहरयार अली ने मंगलवार को अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश अनुराग कुमार के सामने आत्मसमर्पण कर दिया और अंतरिम जमानत याचिका दायर की। जज ने जमानत याचिका रद्द कर दी जिसके बाद प्रोफेसर को जेल भेज दिया गया।
फिरोजाबाद पुलिस ने मार्च में एसआरके कॉलेज में इतिहास विभाग के प्रमुख अली पर महिला एवं बाल विकास मंत्री के खिलाफ एक कथित अश्लील फेसबुक पोस्ट के लिए मामला दर्ज किया था। कॉलेज ने तब उन्हें निलंबन नोटिस जारी किया था। इस महीने की शुरुआत में, सुप्रीम कोर्ट ने अली को गिरफ्तारी से सुरक्षा देने से इनकार कर दिया था। प्रोफेसर द्वारा दायर एक अग्रिम जमानत याचिका को भी इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने मई में खारिज कर दिया था। अली को गिरफ्तारी से सुरक्षा देने से इनकार करते हुए न्यायमूर्ति जे जे मुनीर ने कहा कि यह दिखाने के लिए रिकॉर्ड में कोई सामग्री नहीं है कि प्रोफेसर का खाता हैक किया गया था।
ऐसे ही एक अन्य मामले में पिछले साल फिल्म अभिनेत्री सोनाक्षी सिन्हा के साथ घटना हुई थी। महाराष्ट्र के औरंगाबाद शहर के 26 वर्षीय एक व्यक्ति को बॉलीवुड अभिनेत्री सोनाक्षी सिन्हा के इंस्टाग्राम अकाउंट पर अश्लील टिप्पणी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया थी। अभिनेत्री ने मुंबई अपराध शाखा में इस बाबत सात अगस्त को शिकायत दर्ज कराई थी।
सिन्हा ने महिला सुरक्षा और साइबर धौंस तथा उत्पीड़न के बारे में हाल ही में एक वीडियो बनाया था और उसे इंस्टाग्राम पर पोस्ट किया था। अधिकारी ने बताया कि एक अज्ञात व्यक्ति ने वीडियो पर महिलाओं के बारे में अश्लील टिप्पणी की और कुछ बॉलीवुड हस्तियों के बारे में अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया।
साइबर पुलिस थाने ने भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं और सूचना तकनीक अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया। साइबर पुलिस इसके बाद आईपी एड्रेस तथा अन्य सुरागों की मदद से औरंगाबाद के तुलजी नगर के शशिकांत गुलाब जाधव तक पहुंची, जिसने कथित तौर पर यह टिप्पणी की थी। अधिकारी ने बताया कि शुक्रवार को जाधव को एक अदालत में पेश किया गया, वहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया।