राष्ट्रपति के चुनाव होने वाले हैं और विपक्ष की ओर से पूर्व केन्द्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा संयुक्त रूप से उम्मीदवार हैं। वहीं एनडीए की ओर से झारखंड की पूर्व राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू उम्मीदवार हैं। यशवंत सिन्हा देश के अन्य-अन्य राज्यों में जाकर राजनीतिक दलों से अपने पक्ष में समर्थन की अपील कर रहे हैं। इसी क्रम में गुरुवार को वह उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में थें।
लखनऊ में यशवंत सिन्हा ने यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव और रालोद प्रमुख जयंत चौधरी से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने सपा के वरिष्ठ नेता आजम खान से भी मुलाकात की। लेकिन यशवंत सिन्हा से मुलाकात के पहले आजम खान ने उनके जीतने के ख्वाब को लेकर तंज कसा है और कहा है कि ख्वाब तो हम भी देख रहे हैं।
दरअसल आजम खान समाचार चैनल न्यूज़ 18 से बात कर रहे थे और इस दौरान रिपोर्टर ने उनसे पूछा कि आप कितना आश्वश्त हैं कि अगले राष्ट्रपति विपक्ष से होंगे? इसके जवाब में आजम खान ने कहा, “ख्वाब तो हम भी देख रहे हैं। यह जरूरी थोड़ी है कि हर ख्वाब सच हो जाए। अंधे हैं हम, देखेंगे क्या? बहरें हैं हम, सुनेंगे क्या? गूंगे हैं हम, बोलेंगे क्या? मगर ये हमारा वतन तो है।”
वहीं आजम खान ने लोकतंत्र को लेकर भी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र कहा हैं? किस शहर में है, किसे वोट डालने दिया? दरअसल आजम खान हाल ही में संपन्न हुए लोकसभा उपचुनाव का जिक्र कर रहे थे। उन्होंने चुनावी नतीजों के बाद आरोप लगाया था कि मुसलमानों को वोट नहीं डालने दिया गया और इसी कारण सपा प्रत्याशी की हार हुई।
गुरुवार को यशवंत सिन्हा ने लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस को भी संबोधित किया। इस दौरान यशवंत सिन्हा ने कहा कि अगर वह राष्ट्रपति पद के लिए चुने जाते हैं तो वे संविधान के प्रति जवाबदेह होंगे। उन्होंने कहा कि इसका मतलब यह नहीं है कि उनका प्रधानमंत्री से टकराव होगा। यशवंत सिन्हा ने मोहम्मद जुबैर की गिरफ़्तारी की निंदा भी की और इसे नाजायज बताया। यशवंत सिन्हा ने कहा कि देश को एक मजबूत राष्ट्रपति चाहिए।