लुलु मॉल विवाद में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की चेतावनी के बाद यूपी पुलिस एक्शन में आ गई है और मॉल के अन्दर नमाज पढ़ने वाले चार युवकों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। लखनऊ साउथ के एडीसीपी राजेश श्रीवास्तव ने मीडिया को बताया कि मॉल के अन्दर नमाज पढ़ने वाले चार युवकों को हिरासत में ले लिया गया है और आगे की कार्रवाई जारी है।
बता दें कि लखनऊ के लुलु मॉल विवाद पर योगी आदित्यनाथ ने चेतावनी देते हुए पुलिस से कहा था कि इस मुद्दे को गंभीरता से लिया जाना चाहिए। सीएम योगी ने अधिकारियों से कहा, “कुछ लोग अनावश्यक टिप्पणी कर रहे हैं और लोगों की आवाजाही में बाधा डालने के लिए प्रदर्शन कर रहे हैं। लखनऊ प्रशासन को इस मामले को बहुत गंभीरता से लेना चाहिए। इस तरह का उपद्रव पैदा करने की कोशिश करने वाले बदमाशों से सख्ती से निपटा जाना चाहिए।”
सीएम योगी के साथ बैठक में मंडल, ज़ोन और लखनऊ जनपद के वरिष्ठ प्रशासनिक और पुलिस के अधिकारी शामिल थे। सीएम योगी ने इस दौरान कहा कि शहर के एक नए मॉल को राजनीति का अड्डा बना लिया है और प्रदर्शन हो रहे हैं। बता दें कि मॉल के उद्घाटन होने के दो दिन बाद 12 जुलाई को कुछ युवकों ने मॉल के दूसरे फ्लोर पर नमाज अदा की थी और इसके बाद मॉल को लेकर विवाद शुरू हो गया था।
नमाज का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसके बाद हिन्दू संगठनों ने मॉल के बाहर विरोध प्रदर्शन किया था। कई लोगों को पुलिस ने हिरासत में भी लिया था। बाद में यह भी अफवाह उड़ी कि लुलु मॉल के 80 फीसदी कर्मचारी मुस्लिम हैं, जिसके बाद मॉल को सफाई देनी पड़ी और मॉल की ओर से कहा गया कि हमारे 80 फीसदी से अधिक कर्मचारी हिन्दू हैं और अन्य लोग सभी धर्मों के हैं।
वहीं मॉल के सीसीटीवी से खुलासा हुआ है कि नमाज महज 18 सेकंड में पढ़ी गई थी और दिशा भी गलत थी। पहले युवकों ने मॉल के पहले फ्लोर पर नमाज पढ़ने की कोशिश की लेकिन उसमे असफल होने पर युवक दूसरे फ्लोर पर चले गए और फिर मौका देखते ही वहां पर नमाज पढ़ना शुरू कर दिया। रिपोर्ट्स की माने तो लुलु मॉल में नमाज सिर्फ 18 सेकंड में पढ़ी गई, जबकि आमतौर पर नमाज पढ़ने में कम से कम 5 मिनट लगता है। हालांकि पुलिस पूरे मामले की अभी जांच कर रही है।