उत्तर प्रदेश विधानसभा सत्र में इन दिनों विपक्ष राज्य सरकार पर लगातार हमलावर है। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के प्रमुख ओम प्रकाश राजभर ने बुधवार (25 मई, 2022) को दलित-पिछड़ा वर्ग और कानून व्यवस्था को लेकर राज्य सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने आरोप लगाया कि शिक्षक भर्ती में यूपी की योगी सरकार ने दलितों और-पिछड़ों का आरक्षण लूटा है।

उन्होंने कहा, “69 हजार शिक्षक भर्ती की हमारे उप मुख्यमंत्री बड़ी चर्चा कर रहे थे। इसमें दलितों और पिछड़ों का आरक्षण लूटा गया। ये मैं नहीं राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग की रिपोर्ट का आंकड़ा है। रिपोर्ट के मुताबिक, 27 फीसद आरक्षण पिछड़ों का और 22 प्रतिशत आरक्षण दलितों का लूटा गया। उनका आरक्षण लूटा गया ये हमारे डिप्टी सीएम महोदय को दिखाई नहीं देगा। इस नाते नहीं दिखाई देगा, जिस दिन उस पर सवाल उठा देंगे तो उनका बोरिया बिस्तर भी उठ जाएगा भारतीय जनता पार्टी से। पिछड़ों के नाम पर वोट लेना-देना अलग बात है, लेकिन जब उनके अधिकार की बात आती है तो कोई नहीं बोलता।”

इसके साथ ही उन्होंने दिव्यांगजन की पेंशन का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने कहा कि दिव्यांगजन की पेंशन की राशि 1 हजार से बढ़ाकर 2 हजार की जानी चाहिए। इसके अलावा, उन्होंने कानून व्यवस्था को लेकर भी राज्य सरकार पर हमला बोला और एक शायरी का जिक्र करते हुए कहा, खाता न बही जौन भाजपा कहे वही सही।

उन्होंने कहा, “पुलिस के कल्याण के लिए कोई बात नहीं और उत्तर प्रदेश के किसी भी थाने में साइकिल नहीं है, लेकिन 300 रुपये साइकिल अलाउंस दिया जाता है, जबकि मोटरसाइकिल है तो पेट्रोल का खर्चा महीने का तीन हजार रुपये बैठता है। तो पुलिस को पेट्रोल का खर्चा दिया जाए, वर्दी भत्ता बढ़ाया जाए, पौष्टिक आहार भत्ता बढ़ाया जाए।”

गौरतलब है कि यूपी की 18वीं विधानसभा का पहला सत्र सोमवार से राज्यपाल आनंदीबेन के अभिभाषण के साथ शुरू हो चुका है। राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान समाजवादी पार्टी के विधायकों ने जमकर हंगामा किया था। उत्तर प्रदेश की सत्ता में दूसरी बार काबिज होने के बाद बीजेपी सरकार का यह पहला विधानसभा सत्र है।