नोएडा के सेक्टर 58 पार्क में शुक्रवार की नमाज अदा करने से रोक लगाने के बाद क्षेत्र की कंपनियों को एक पत्र भेजा गया था, जिसमें कहा गया था कि यदि उनके कर्मचारी वहां नमाज अदा करते हैं तो कंपनियों को जिम्मेदार ठहराया जाएगा, शुक्रवार को पार्क में पानी भर दिया गया था। नमाज अदा करने के वक्त को देखते हुए पार्क में पानी भर दिया गया था। पुलिस द्वारा इस क्षेत्र में निजी फर्मों को पत्र भेजे जाने के बाद पार्क खबरों में आ गया था। 14 दिसंबर को, स्थानीय निवासियों की शिकायतों के बाद, पुलिस ने भीड़ से पार्क में नमाज नहीं अदा को कहा था। नमाज का नेतृत्व करने वाले मौलवी नौमान अख्तर को भी तीन दिन के लिए नजरबंद किया गया था। प्रशासन ने बाद में तर्क दिया था कि पार्क में धार्मिक गतिविधियों की अनुमति नहीं थी। सेक्टर 58 के पार्क में पानी की प्रक्रिया की देखरेख करने वाले सलीम ने कहा कि हरियाली को बनाए रखने के लिए पार्क को लगभग रोजाना पानी दिया जाता है।
पार्क में पानी का काम आमतौर पर शाम को लगभग 5 बजे होता है जब मोटर चलाई जाती है। हम इस तथ्य को भी ध्यान में रखते थे कि लोग दोपहर के समय नमाज अदा करते थे, लेकिन पिछले कुछ दिनों से हम इसे कुछ घंटों के लिए सुबह कर रहे हैं। अधिकारियों ने मॉनसून को छोड़कर, सर्दियों के दौरान चार महीने और गर्मियों में चार महीने के लिए पार्क में पानी लगाने की प्रक्रिया को जारी रखा है। मौलाना ने कहा कि, “जब हमारे पास जमीन नहीं है तो हम क्या कर सकते हैं? अधिकारियों ने कहा कि इसकी कोई अनुमति नहीं थी और हमने तुरंत नमाज को रोक दिया। तब से बहुत से लोगों ने सेक्टर 63 और 65 के पास पार्कों में नमाज अदा करना शुरू कर दिया है। यह उनकी जमीन है, जो वो चाहते हैं कर सकते हैं।”

इस बीच, सेक्टर 54 के एक मजार में शुक्रवार की नमाज के लिए आने वाले लोगों की संख्या में बढ़ोतरी देखी गई। नमाज की अगुवाई करने वाले मौलाना शकील ने कहा कि “आज 1,000 लोगों से ऊपर थे। मेरा मानना है कि कुछ लोग सेक्टर 58 से आए थे। सरकार जो भी कार्रवाई करना चाहती है, कर सकती है, हमें कभी भी परेशानी नहीं हुई और भविष्य में हम चाहते भी नहीं हैं।”