उत्तर प्रदेश में आगामी चुनावों से पहले सरकार का विकासशील चेहरा दिखाने को लेकर अधिकारियों के स्तर पर कवायद शुरू हो गई है। इंजीनियरिंग से जुड़े कामों की आखिरी तारीख बड़े आइएएस अधिकारी तय कर रहे हैं। अपेक्षाकृत ज्यादा बारिश और मौजूदा वक्त में बुखार के महामारी का रूप अख्तियार करने के बावजूद ज्यादातर बड़े विकास कार्यों को 2016 के अंत तक पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं। सोमवार को हुई एक बैठक में नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना एक्सप्रेसवे प्राधिकरण के चेयरमैन संजय अग्रवाल ने प्राधिकरण अधिकारियों को एलिवेटेड रोड, बहुमंजिला पार्किंग परियोजाओं और अंडरपास का काम इस साल के अंत तक पूरा करने का अल्टीमेटम दिया और देरी होने पर अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी दी।

वहीं सेक्टर-39 में जिला अस्पताल परियोजना की धीमी रफ्तार के कारण निर्माण कंपनी को कारण बताओ नोटिस देने के निर्देश दिए हैं। संजय अग्रवाल ने सेक्टर-62 के अंडरपास को हर हाल में दिवाली तक शुरू करने, एमपी-2 मार्ग पर बन रही एलिवेटेड सड़क को अक्तूबर तक पूरा करने और सेक्टर-95 में निर्माणाधीन भूमिगत पार्किंग का काम 31 दिसंबर तक पूरा करने को कहा है। साथ ही उन्होंने सेक्टर-18 में निर्माणाधीन बहुमंजिला पार्किंग का काम अक्तूबर के अंत तक पूरा करने के निर्देश भी दिए। सेक्टर-39 में जिला अस्पताल की इमारत का काम धीमी गति से होने के चलते निर्माण करा रहे राजकीय निर्माण निगम को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। बैठक में अधिकारियों को अवैध पार्किंग और ट्रैफिक व्यवस्था सुधारने की नसीहत भी दी गई। सड़कों के किनारे अवैध रूप से खड़ी गाड़ियों को उठाने के लिए 15 क्रेनों की मंजूरी दी गई। अग्रवाल ने ट्रैफिक के लिहाज से संवेदनशील 23 स्थानों का सर्वे कर योजना तैयार करने को भी कहा।