उत्तर प्रदेश के सपा विधायक नाहिद हसन को एक और बड़ा झटका लगा है। योगी प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई करते हुए नाहिद हसन की राइस मिल कुर्क कर ली है। मंडी समिति का बकाया ना चुकाने पर यह कार्रवाई हुई है। नाहिद हसन को योगी सरकार की तरफ से एक के बाद एक झटका मिल रहा है। प्रशासन लगातार उनकी अवैध संपत्तियों पर बुल्डोजर चला रहा है। उनके परिवार के भी कई सदस्यों पर कार्रवाई हो चुकी है। कुछ दिन पहले ही 10 बीघा सरकारी जमीन पर अवैध तरीके से तैयार की गई उनके चाचा की अवैध संपत्ति को ध्वस्त कर दिया गया था।
नाहिद हसन शामली के कैराना से विधायक हैं और फिलहाल गैंगस्टर एक्ट में जेल में बंद हैं। सोमवार (11 अप्रैल) को योगी प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए उनकी राइस मिल कुर्क की है। नाहिद हसन पर मंडी समिति का टैक्स बकाया था। पांच बीघा जमीन पर नाहिद हसन की यह राइस मिल बनी हुई है।
नाहिद हसन की मिल पर मंडी समिति का 16 लाख रुपये टैक्स बकाया
नाहिद हसन की मिल पर मंडी समिति का 16 लाख रुपये टैक्स बकाया था। यह मिल शामली में बाइपास रोड पर बनी है। एसडीएम के निर्देश पर तहसीलदार और राजस्व विभाग की टीम ने मिल को कुर्क किया है। मिल पर लगाए गए आदेश के मुताबिक, नाहिद हसन भू-राजस्व की राशि या वसूली योग्य बकाया भू-राजस्व को जमा करने में असफल हुए हैं, इसलिए संपत्ति जब्त कर ली गई है।
बता दें कि समाजवादी पार्टी में नाहिद हसन का अच्छा हौदा है। उन्होंने साल 2022 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में बड़ी जीत हासिल की थी। इन चुनावों में उन्होंने कैराना सीट पर भाजपा प्रत्याशी मृगांका सिंह को 25,887 वोटों से हराया था। उस वक्त भी वे जेल में बंद थे। इससे पहले 2017 के विधानसभा चुनावों में भी उन्हें कैराना सीट से जीत हासिल हुई थी। नाहिद हसन एक सियासी परिवार से हैं। उनके पिता और दादा दोनों ही राजनीति से जुड़े थे।