उत्तर प्रदेश के आतंकवाद निरोधी दस्ते (ATS) ने सहारनपुर से एक 24 वर्षीय व्यक्ति को गिरफ्तार किया है, जिसके ऊपर आरोप है कि वह पाकिस्तान में बैठे आतंकी समूह जैश ए मोहम्मद के संपर्क में था। नदीम को बीजेपी की निलंबित प्रवक्ता नूपुर शर्मा खत्म करने का काम मिला था। नदीम सरकारी इमारतों और पुलिस पर हमला करने की योजना भी बना रहा था। नदीम व्हाट्सएप के माध्यम से जैश ए मोहम्मद के लोगों से संपर्क करता रहता था। साथ ही वह हथियार मंगाने के लिए भी पूरी कोशिश में जुटा हुआ था।
न्यूज 18 की रिपोर्ट के मुताबिक डिजिटल फोरेंसिक डेटा में पाया गया कि नदीम अपनी आईडी – गुमनाम हमसफर और मेदिमराव के माध्यम से फेसबुक पर सक्रिय था। इंस्टाग्राम पर वह alibhal_999 और ट्विटर पर @inshadnnadeem, @innocent313313 की आईडी सक्रिय थे। यूट्यूब पर वह अपनी आईडी BasitKhan के जरिए एक्टिव रहता था।
नदीम विभिन्न भारतीय और यूरोपीय नंबरों के माध्यम से व्हाट्सएप पर भी सक्रिय था। टेलीग्राम पर वह bagi और shssdjdnd नामों से सक्रिय था। पूछताछ के दौरान उसने कबूल किया कि उसे टेलीग्राम पर बिहार के एक समूह के माध्यम से Rahe E Hidayat में शामिल होने का लिंक मिला था।
टेलीग्राम पर नदीम एक सैफुल्ला के संपर्क में आया, जिसने उसे अपने सभी दोस्तों को तस्वीरें और वीडियो जारी करने के लिए कहा। नदीम ने वीडियो को बिहार और उत्तराखंड के सभी दोस्तों के साथ साझा किया।
पाक तालिबान के कमांडर होने का दावा करने वाले सैफुल्ला ने नदीम से भारत में हथियारों और बंदूकों की व्यवस्था करने को कहा। सूत्रों ने कहा कि नदीम से कहा गया था कि वह खुद ही फंड ले ले और पैसा बाद में उसे भेज दिया जाएगा।
एटीएस की ओर से जारी एक प्रेस नोट में कहा गया है, “नदीम के सेलफोन की प्रारंभिक जांच के दौरान पुलिस को एक पीडीएफ दस्तावेज़ मिला – एक्सप्लोसिव कोर्स फ़िडे फोर्स। पुलिस ने जैश और अन्य आतंकी संगठन के सदस्यों के साथ नदीम का वॉयस मैसेज और वॉयस चैट भी बरामद किया है। पूछताछ के दौरान नदीम ने स्वीकार किया कि वह व्हाट्सएप सहित सोशल मीडिया के जरिए जैश-ए-मोहम्मद और अन्य आतंकी संगठनों के सदस्यों के संपर्क में था।”