उत्तर प्रदेश में सत्ता के बदलने के बाद से ही प्रदेश की नई सरकार मीडिया में बनी हुई है। जहां एक तरफ सरकार एक के बाद एक ताबड़तोड़ फैसले ले रही है तो वहीं सीएम योगी आदित्यनाथ अपने महंत वाले रूप को छोड़ने के मूड में दिखाई नहीं दे रहे हैं। गोरखनाथ मंदिर के महंत रहते उनकी दिनचर्या में गोसेवा भी शामिल थी। अब कुछ दिनों से गोरखपुर से लखनऊ आए योगी आदित्यनाथ को अपनी गोशाला शायद याद आ रही है। इसलिए उन्होंने लखनऊ के सीएम आवास में ही एक छोटी गोशाला बनाने का मन बना लिया है। खबर है कि योगी आदित्यनाथ गोरखपुर से खास छह गाए लखनऊ मंगा रहे हैं। इनमें पांच गाए गुजरात की होंगी जिन्हें काफी पवित्र माना जाता है। योगी आदित्यनाथ के लिए गौसेवा उनकी दिनचर्या का हिस्सा है। वह स्वयं गाय का दूध पीते हैं। गोरखपुर के गोरखधाम मंदिर में उनसे जो भी मिलने जाता है, उसे गऊ की छाछ पीने को जरूर मिलता है।’’ योगी को करीब 12 साल से जानने वाले महाराज ने कहा, ‘‘जहां योगी जी रहेंगे, वहां गऊ तो रहेंगी ही। मुख्यमंत्री निवास पर रहेंगी गायें क्योंकि उनकी (योगी) दिनचर्या में ही गौसेवा है।’’
उन्होंने बताया कि आदित्यनाथ योगी सुबह तीन बजे उठ जाते हैं। योग साधना करने के बाद गौशाला जाते हैं। पशु पक्षियों को खिलाते हैं। गोरखपुर की गौशाला में 460 गायें हैं। उनका नियम है कि जब गोरखपुर में रहते हैं तो 460 गाय बछडों को गुड, दूध और रोटी खिलाते हैं। महाराज ने बताया कि योगी ने हर गाय और बछड़े का नाम रखा है और मवेशियों को नाम से ही पुकारते हैं। फिर गायों को हरा चारा खिलाते हैं। ये सब काम निपटाने के बाद वह कार्यालय का रूख करते हैं और जन समस्याओं को पूरी तन्मयता से सुनकर उनका समाधान करते हैं। वहीं मीडिया में ये भी खबर आ रही है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरखनाथ मंदिर की तरह ही मुख्यमंत्री आवास में भी बिना एसी वाले कमरे में रहेंगे और तख्त पर ही सोएंगे। उनके कई जरूरी सामान को गोरखनाथ मंदिर से मंगाए जा रहे हैं।