अपना दल (कृष्णा पटेल) की नेता और केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल की बहन पल्लवी पटेल और उनके पति पंकज सिंह तथा तीन अन्य के खिलाफ लखनऊ के गोमती नगर थाने में फ्लैट कब्जाने के आरोप और मकान मालिक को धमकाने के आरोप में केस दर्ज हुआ है। गुरुवार को पंकज त्रिपाठी नाम के एक शख्स की शिकायत पर मुख्य न्यायिक मेजिस्ट्रेट के आदेश के बाद मामला दर्ज किया गया। पकंज त्रिपाठी यूपी के फतेहपुर के रहने वाले हैं। पंकज त्रिपाठी ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि साल 2013 में उन्होंने फ्लैट खरीदा था और फ्लैट का एक कमरा पंकज सिंह को किराए पर दिया था।
शिकायतकर्ता का दावा है कि करीब 6-7 महीने उन्होंने पंकज सिंह से कमरा खाली करने के लिए कहा था। क्योंकि उनके बच्चे लखनऊ स्थित फ्लैट में रहने आने वाले थे। जिसकी वजह से उन्होंने फ्लैट खाली करने के लिए कहा था, लेकिन पंकज सिंह ने कथित तौर पर फ्लैट खाली करने से इनकार कर दिया। इस मामले पर प्रतिक्रिया देने के लिए अपना दल की नेता पल्लवी मौजूद नहीं थी। उनके एक सहयोगी ने कहा कि पंकज सिंह ने त्रिपाठी को फ्लैट खरीदने के लिए एडवांस दिया हुआ था। लेकिन बाद में उन्होंने पता चला कि फ्लैट को पहली ही गिरवी रखा जा चुका है। इसकी जानकारी होने के बाद उन्होंने (पंकज सिंह) मालिक को एडवांस के तौर पर दिए गए पैसे लौटाने को कहा। इसके बाद दोनों के बीच विवाद शुरू हो गया। पुलिस ने कहा कि पंकज सिंह ने त्रिपाठी के खिलाफ मई में धोखाधड़ी के आरोप में शिकायत दर्ज कराई थी।
एक अन्य रिपोर्ट के मुताबिक गोमती नगर पुलिस स्टेशन में दर्ज एफआईआर में त्रिपाठी ने आरोप लगाया कि पल्लवी सिंह, पति पंकज सिंह और उनके तीन सहयोगियों विशाल तिवारी, देवेंद्र प्रताप सिंह तथा विजय प्रताप सिंह ने बंदूक की नोंक पर त्रिपाठी और उनकी पत्नी पर हमला किया और उन्हें जान से मारने की धमकी दी। दंपत्ति ने अपने कनेक्शन के बारे में भी दावा किया। सिंह ने त्रिपाठी को अपने परिवार की पृष्टभूमि बताते हुए धमकाया और कहा कि वह सीधे शिव कुमार पटेल उर्फ ददुआ के संपर्क में रहे हैं। ददुआ ने दशकों तक जंगलों में राज किया था और यूपी की पूर्व सीएम मायावती के 2007 में सरकार में आने के बाद उसे पुलिस एनकाउंटर में मार गिराया गया था।

