उत्तर प्रदेश में 11 जून को होने वाले राज्यसभा चुनाव में अपने विधायकोंं को एकजुट रखने के लिए कांग्रेस कई कवायद कर रही है। क्रॉस वोटिंग के डर से बुधवार (8 जून) को सभी विधायकों को लखनऊ में इकट्ठा किया गया। दिन में पार्टी के विधायक दल (CLP) की बैठक हुई और रात में सभी विधायकों को डिनर दिया गया। बैठक से पार्टी के राज्यसभा उम्मीदवार कपिल सिब्बल नदारद रहे। हालांकि वे पार्टी के वरिष्ठ नेताओं मधुसूदन मिस्त्री और सांसद राज बब्बर के साथ डिनर में मौजूद रहे।
कांग्रेस ने आधिकारिक रूप से दावा किया कि सुबह की बैठक में उसके 29 में से 27 विधायक मौजूद थे। सूत्रों का कहना है कि चार से पांच विधायक बैठक में नहीं पहुंचे। इनमें बहराइच से विधायक माधुरी वर्मा- जो कि समाजवादी पार्टी के राज्यसभा उम्मीदवार और पूर्व केन्द्रीय मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा की करीबी के तौर पर जानी जाती हैं, महराजगंज विधायक कौशल किशोर सिंह और बांदा विधायक विवेक सिंह का नाम शामिल है।
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कमाल की बात यह है कि माधुरी के पति दिलीप वर्मा ने 2014 के लोकसभा चुनावों के दौरान समाजवादी पार्टी का दामन थाम लिया था। खुद माधुरी उसके बाद से कांग्रेस के किसी भी कार्यक्रम में शामिल नहीं हुई हैं। दिसंबर में बहराइच कांग्रेस प्रभारी चंद्र शेखर ने कहा था कि वे उन्हें समाजवादी पार्टी का हिस्सा मानते हैं।
विवेक यादव के बारे में कहा जा रहा है कि वे भी मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव से नजदीकियां बढ़ा रहे हैं। कुछ नेताओं ने दावा किया कि कौशल किशोर टाटा मेमोरियल हॉस्पिटल में कैंसर का इलाज करा रहे हैं। विवेक ने पार्टी को बताया कि वे दिल्ली में अपने बेटे का इलाज करा रहे हैं और वोटिंग के दिन उपस्थित रहेंगे।
सूत्रों का कहना है कि अब जब यह साफ हो चुका है कि पार्टी को दो वोटों की कमी होगी, रायबरेली से पीस पार्टी के विधायक अखिलेश सिंह से संपर्क किया गया है।