उत्तर प्रदेश विधानसभा में गुरुवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने अपना पहला भाषण दिया। वरिष्ठ भाजपा नेता हृदय नारायण दीक्षित को निर्विरोध अध्यक्ष चुने जाने के बाद उनके स्वागत में योगी ने अपनी बात रखी। योगी के पास की सीटों पर बैठे कैबिनेट मंत्री तो ध्यान से उनकी बात सुनते नजर आए, मगर सदन में बैठे अन्य भाजपा विधायक शायद अब तक चुनावी थकान से नहीं उबर सके हैं। कार्रवाई के दौरान कई बीजेपी विधायकों को आंखें मूंदे, झपकी लेते इंडियन एक्सप्रेस के फोटोजर्नलिस्ट विशाल श्रीवास्तव ने अपने कैमरे में कैद कर लिया। हाल के विधानसभा चुनावों में बीजेपी को प्रचंड बहुमत हासिल हुआ है। भाजपा और उसकी सहयोगी पार्टियों ने राज्य की 403 सीटों में से 325 पर कब्जा किया है। माननीय विधायक सो रहे हैं या नहीं, ये तो हम स्पष्ट रूप से नहीं कह सकते, मगर तस्वीरें देखकर आप खुद तय कीजिए।



अपने पहले भाषण में योगी ने करीब 15 मिनट तक बोला। उन्होंने यूपी को नंबर 1 राज्य बनाने की दिशा में प्रयास करने के लिए विधायकों से कहा। योगी ने कहा, ”लोकतंत्र में किसी को भी भेदभाव महसूस नहीं होना चाहिए। उम्मीदों पर खरा उतरना है। हम सभी का लक्ष्य एक ही होना चाहिए। जनता की समस्या के समाधान में विपक्ष भी सहयोग करे। यूपी को नंबर एक राज्य बनाना है। सदन उत्तर प्रदेश की 22 करोड़ जनता के बारे में सोच सके, सत्तापक्ष और विपक्ष उस उद्देश्य के लिए कार्य कर सके जिसके लिए जनता ने हमें चुना है।”


योगी ने चुनावी भाषणों की बातों को सदन से दूर रखने की ताकीद देते हुए कहा, ”प्रदेश की जनता ने विकास के लिए हमें मौका दिया है, ऐसे में हमें इस मौके का फायदा उठाना चाहिए। विकास दर और उत्तर प्रदेश के आम जन की समस्या को देखा जाए तो हम अभी बहुत पीछे हैं। क्या यह हो सकता है कि यह सदन चर्चा का एक मंच बन सके…उच्च लोकतांत्रिक मूल्यों का एक आदर्श बन सके।”


योगी ने विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित का अभिनंदन करते हुए कहा, आपने अपने जीवन में काफी संघर्ष किया है। आपने पत्रकारिता जगत में काफी सक्रिय योगदान दिया है। सदन में प्रवेश के समय योगी ने सभी विधायकों से मुलाकात की और नेता विपक्ष रामगोविंद चौधरी से हाथ मिलाया। उन्होंने सदन को सुचारू रूप से चलाने के लिए सहयोग मांगा है।
