2017 में होने वाले विधानसभा चुनावों के मद्देनजर भाजपा ने पूर्वोत्‍तर जिलों के एक छोटे राजनैतिक दल से गठबंधन किया है। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (SBSP) नाम के इस दल की पिछड़ी और दलित वोटरों पर ठीक-ठाक पकड़ है। SBSP ने जेल में बंद माफिया मुख्‍तार अंसारी के कौमी एकता दल के साथ मिलकर 2012 का विधानसभा और 2014 का लोकसभा चुनाव लड़ा था। QED हाल ही में समाजवादी पार्टी से विलय होने और कुछ दिन बाद खत्‍म होने की वजह से सुर्खियों में था। भाजपा अध्‍यक्ष अमित शाह शनिवार को मऊ में विलय की घोषणा कर सकते हैं। वहां वे SBSP द्वारा आयोजित ‘अति-पिछड़ा अ‍ति-दलित महापंचायत’ को संबोधित करेंगे।

भाजपा के SBSP से गठबंधन की खबर अपना दल की अनुप्रिया पटेल को केन्‍द्रीय मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने के कुछ दिन बाद आई है। भाजपा के राज्‍य प्रवक्‍ता चंद्र मोहन ने कहा, ”अपना दल के बाद SBSP के साथ गठबंधन उत्‍तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव से पहले सपा के खिलाफ भाजपा को मजबूती देगा। SBSP अध्‍यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने गठबंधन की पुष्टि करते हुए कहा कि इसकी घोषणा शनिवार को की जाएगी। उन्‍होंने कहा कि भाजपा SBSP को आजमगढ़, बस्‍ती, गोरखपुर, फैजाबाद और वाराणसी मंडल में 22 सीटों पर अपने उम्‍मीदवार उतारने का मौका दे सकती हैं।

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SBSP के पास पिछड़ी, अति पिछड़ी और दलित जातियों में मजबूत आधार होने का दावा करते हुए राजभर ने कहा, ‘हमार पास पूर्वी यूपी की 150 सीटों पर कम से कम 5,000 वोटर्स हैं। हम 2002 से चुनाव लड़ते आ रहे हैं और बहुत कम अंतर से चुनाव हारे हैं। गठबंधन से SBSP, बीजेपी और अपना दल को 2017 चुनावों में फायदा मिलेगा।