उत्तर प्रदेश के ललितपुर के एक थाने में नाबालिग के साथ रेप के मामले में आरोपी एसएचओ की गिरफ्तारी हो चुकी है। उसका कहना है कि वो बेगुनाह है। वहीं, उसके परिजनों ने भी आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए पीड़िता पर ही आरोप लगा रहे हैं। एसएचओ की पत्नी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि लड़की पहले भी गांव के कई लोगों पर ऐसे आरोप लगा चुकी है। उसकी मौसी और मां का बैकग्राउंड चेक कर लें।
आरोपी एसएचओ तिलकधारी सरोज की पत्नी ने कहा कि ये आरोप बिल्कुल गलत हैं और मुझे मेरे पति पर पूरा विश्वास है। उन्होंने कहा कि इस लड़की का टैप रिकॉर्ड अच्छा नहीं है। उसकी उम्र कहीं पेपर में 13 साल है तो कहीं 17 साल है। उसकी मां और मौसी का जब बैकग्राउंड देखा जाएगा तो बहुत सारी चीजें ऐसी हैं, जांच होगी तो वो अच्छे से सामने आएंगी।
बता दें कि इस मामले में राज्य सरकार ने कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया है। यूपी के डिप्टी सीएम ने बुधवार को मीडिया से बात करते हुए कहा कि इस मामले में जितने भी आरोपी हैं सबको जल्द से जल्द गिफ्तार कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि जो भी दोषी होंगे उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। उन्होंने सख्त लहजे में कहा कि दोषियों को ऐसी सजा दी जाएगी कि उनकी पुश्तें याद रखेंगी।
उधर, इस मामले में विपक्ष भी लगातार योगी सरकार पर हमलावर है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव से लेकर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी तक सभी राज्य सरकार को घरने में लगे हैं। अखिलेश यादव ने कानून व्यवस्था को लेकर राज्य सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने आज ललितपुर जाकर पीड़िता के परिवार से भी मुलाकात की। अखिलेश ने इसे बेहद गंभीर मामला बताते हुए कहा कि राज्य की बिगड़ती कानून व्यवस्था के पीछे सरकार का अपराधियों के सामने नतमस्क होना मुख्य वजह है।
ये है पूरा मामला?
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के ललितपुर के एक थाने में 13 साल की नाबालिग के साथ रेप का मामला सामने आने के बाद हड़कंप मच गया है। इस मामले में थाने के एसएचओ समेत छह लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। पीड़िता ने आरोप लगाया है कि उसके साथ गैंगरेप हुआ था जिसकी शिकायत करने वो थाने गई लेकिन वहां एसएचओ ने भी उसका बलात्कार कर दिया।