विधानसभा चुनावों के दौरान समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने कुंडा के विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया पर जमकर निशाना साधा था। हालांकि, कुंडा में राजा भैया का विजय रथ रोकने में समाजवादी पार्टी नाकाम रही। अखिलेश यादव के उस बयान से जुड़े एक सवाल पर राजा भैया ने कहा है कि उन्हें इसपर कुछ नहीं कहना है, पूरे प्रदेश की जनता जवाब दे चुकी है, प्रतापगढ़ की जनता जवाब दे चुकी है। वहीं, जब उनसे पूछा गया कि क्या वे सरकार में जाएंगे? इसपर राजा भैया ने कहा कि क्या करना है सरकार में जाकर, हम वैसे भी सरकार में हैं।
राजा भैया ने कहा कि पहले से स्थापित कई राष्ट्रीय दल या तो जनसत्ता दल की बराबरी पर हैं या इसके नीचे हैं। उन्होंने जनता का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह बड़ी उपलब्धि है लेकिन इससे हमारी जिम्मेदारी भी बढ़ गई है।
राजा भैया का इशारा कांग्रेस और बसपा की तरफ था। राजा भैया की पार्टी की सीटें बसपा (1) से ज्यादा है और कांग्रेस (2) के बराबर। इशारों-इशारों में राजा भैया ने इसी बहाने इन दोनों दलों पर तंज किया। कुंडा विधानसभा सीट से विधायक राजा भैया की पार्टी जनसत्ता दल लोकतांत्रिक को 2 सीटें हासिल हुई हैं।
भाजपा के वरिष्ठ नेता सतीश महाना के विधानसभा स्पीकर चुने जाने के दौरान प्रस्तावकों में राजा भैया का नाम भी शामिल था। वहीं, विधानसभा में अपने संबोधन के दौरान भी इशारों-इशारों में राजा भैया ने अखिलेश यादव पर तंज किया था। विधानसभा चुनावों के दौरान अखिलेश यादव ने कुंडा में रैली को संबोधित करते हुए राजा भैया पर जमकर निशाना साधा था। अखिलेश यादव के ‘कुंडी लगाने’ वाले बयान पर तब राजा भैया ने पलटवार किया था।
इसके बाद से राजा भैया कई समाजवादी पार्टी पर निशाना साधते नजर आए हैं। वहीं, राजा भैया भाजपा को लेकर नरम दिखाई दे रहे हैं, जिसके बाद तरह-तरह की अटकलें लगने लगी हैं। हालांकि, राजा भैया ने एक बार फिर सरकार में शामिल होने की अटकलों को खारिज कर दिया है।