साल 2018 में उत्तर प्रदेश में सबसे बड़ी छापेमारी करते हुए आयकर विभाग ने सौ किलो सोना और 10 करोड़ रुपये की नगदी जब्त की है। ये बरामदगी लखनऊ की एक फर्म पर छापेमारी करते हुए बरामद की गई है। कई मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, दो दिन लंबी चली छापेमारी में अधिकारियों ने करीब 32 करोड़ रुपये की कीमत का 100 किलो सोना बरामद किया है। आयकर विभाग को जमीन के सौदों से जुड़े कई दस्तावेज और विदेशों में निवेश के सबूत भी मिलते हैं।
समाचार एजेंसी यूएनआई के साथ आयकर विभाग के अधिकारियों ने नाम गोपनीय रखते हुए जानकारियां साझा की हैं। आयकार विभाग ने पुष्टि की है कि उनकी टीम ने लखनऊ और मुंबई में पांच जगहों पर छापेमारी की है। ये छापेमारी लखनऊ के दो कारोबारी भाइयों कन्हैया लाल रस्तोगी और संजय रस्तोगी पर की गई है। ये दोनों भाई फाइनेंस, वेयर हाउस और रियल स्टेट के बड़े कारोबारी हैं। इस कंपनी ने बड़े पैमाने पर टैक्स चोरी करके भारी मात्रा में काला साम्राज्य खड़ा किया है। आयकर विभाग की टीम ने फर्म के लखनऊ के राजा बाजार में स्थित कार्यालय में पहली छापेमारी की थी। इस छापेमारी में आयकर विभाग के सौ से ज्यादा अधिकारी और कर्मचारी शामिल थे।
Lucknow: During raids at two separate locations, Income-tax department seized Rs 1.13 Crore in cash and bullion worth Rs 1.05 Crore and bullion worth Rs 3.6 Crore and Rs 8.08 Crore in cash, earlier today pic.twitter.com/eqEfKYeIcM
— ANI UP (@ANINewsUP) July 18, 2018
जब्त किए गए सोने में 87 किलो सोने के सिर्फ बिस्किट हैं। सोने के अन्य तैयार गहने भी बरामद किए गए हैं। इन गहनों के वैध दस्तावेज न होने के कारण आयकर विभाग ने इन्हें जब्त किया है। विभाग ने 1.13 करोड़ रुपए नकद और 1.05 करोड़ का सोना जब्त किया है। अन्य जगह से 3.6 करोड़ का सोना और 8.08 करोड़ रुपए नगद बरामद किए हैं। छापा कुल 6 ठिकानों पर मारा गया है। दोनों कारोबारी भाई सोने और हवाला का काम करते थे।
रिपोर्ट के मुताबिक, आयकर अधिकारियों ने इस छापेमारी में बंद हो चुकी 1,000 और 500 रुपये के नोटों की बड़ी खेप भी बरामद की है। इस हफ्ते से पहले, आयकर विभाग ने तमिलनाडु की एक बड़ी फर्म पर छापेमारी की थी। आयकर विभाग के निशाने पर आई फर्म तमिलनाडु के लोक निर्माण विभाग के लिए सड़क बनाने वाली बड़ी ठेकेदार फर्म थी। इस छापेमारी में भी विभाग को 163 करोड़ रुपये नगद और 101 किलो सोना मिला था।
आयकर विभाग ने चेन्नई, मदुरै, अरुप्पुकोट्टई और वेल्लोर में कंपनी के 26 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की थी। ये छापेमारी आयकर विभाग को काले धन के गुप्त लेनदेन की सूचना मिलने के बाद की गई थी। आयकर जांच विभाग के सूत्रों ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि फर्म ने टैक्स चोरी की बात को स्वीकार कर लिया है।