ज्ञानवापी मस्जिद विवाद के बीच मुस्लिम धर्मगुरु एक से बढ़कर एक बयान दे रहे हैं। इसी बीच इत्तेहाद -ए-मिल्लत काउंसिल (आईएमसी) के अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा ने मुसलमानों से जेल भरो आंदोलन का आह्वान किया है। उन्होंने मुसलमानों से अपील की है कि भारत के हर जिले में करीब 2 लाख मुसलमान इकट्ठा हो और जेल भरो आंदोलन की शुरुआत करें। मौलाना तौकीर रजा इंडिया इस्लामिक सेंटर में आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। यहां पर कई मुस्लिम संगठनों के प्रमुख पहुंचे थे।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मौलाना तौकीर रजा ने कहा, “देश भर के हर एक जिले में 2 लाख मुसलमान इकट्ठा हों और जेल भरो आंदोलन के तहत गिरफ्तारी दें। जेल भरो आंदोलन पूरे देश में चलाया जाएगा। अगर ज्ञानवापी पर कुछ नहीं किया गया, तो यहां भी बाबरी की तरह पाबंदी लगेगी। कुछ लोग फव्वारा और शिवलिंग में फर्क नहीं समझ पा रहे हैं। ऐसे लोग हिंदू धर्म का अपमान कर रहे हैं।”
मौलाना तौकीर रजा ने आगे कहा, “सरकार के अंदर अगर हिम्मत हो तो वह ताजमहल और लाल किले पर बुलडोजर चलवा कर दिखाएं। हम सरकार का इस काम में साथ देंगे। लेकिन सरकार लाल किला और ताजमहल पर बुलडोजर कभी नहीं चलवा पाएगी। सरकार को हमारे जज्बातों के साथ खेलना है। इसलिए ज्ञानवापी विवाद को आगे बढ़ा रही है।”
कुछ दिन पहले ही मौलाना तौकीर रजा ने कहा था कि बाबरी मस्जिद का फैसला किसी भी नौसिखिये वकील को दे दो, वह तुरंत बोल देगा कि यह गलत है। साथ ही उन्होंने कहा था कि लोग फाउंटेन और शिवलिंग में फर्क नहीं कर पा रहे हैं। झूठी बात पर वहां पर पाबंदी लगाया जा रहा है। इससे बड़ा और अन्याय क्या हो सकता है?
मौलाना तौकीर रजा ने पीएम मोदी को धृतराष्ट्र भी बता दिया था। उन्होंने कहा था, “मंदिर बनाओ, अपनी आस्था का काम पूरा करो। लेकिन देश का काम भी कुछ कर लो। जबतक अंधे और बहरे बने रहोगे, तब तक देश का भला नहीं होने वाला। देश का बहुत बुरा हाल है और नरेंद्र मोदी ने आज तक इन सब मामलों पर अपनी जुबान क्यों नहीं खोली? उसने बईमानी की थी, उसे महाभारत से गुजरना पड़ा। धृतराष्ट्र बईमानी कर रहा और खामोश बैठा हुआ है। देश का नुकसान होने वाला है और देश का नुकसान हो रहा है।”