उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में शनिवार (29 दिसंबर) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जनसभा थी। वहां सभा स्थल के रास्ते में थोड़ी ही दूर पर निषाद समाज के लोग आरक्षण की मांग पर धरना प्रदर्शन कर रहे थे, तभी पुलिस वालों के साथ उनकी झड़प हो गई। आरोप है कि निषाद समाज के लोगों ने पुलिसकर्मियों पर पत्थरबाजी कर दी, जिससे करीमुद्दीनपुर थाने में तैनात हेड कान्स्टेबल सुरेश वत्स की मौत हो गई। धरना स्थल पर निषाद समाज के लोग हाथों में लाल तख्ती लेकर पहुंचे थे, जिसमें लिखा था, “आरक्षण नहीं मिला तो खून बहेगा सड़कों पे।”
समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में निषाद पार्टी के छत्रपति निषाद ने कहा कि चार साल गुजर गए लेकिन न तो प्रधानमंत्री ने और न ही मुख्यमंत्री ने निषाद समाज को आरक्षण देने की मांग पूरी की। उन्होंने कहा, “अब हमलोग पूरे राज्य में विरोध-प्रदर्शन करेंगे। इसकी शुरुआत इलाहाबाद से होगी।” बता दें कि निषाद पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष संजय निषाद गाजीपुर से गुजरकर गोरखपुर की ओर जा रहे थे। उनके स्वागत के लिए पार्टी और निषाद समुदाय के लोग गाजीपुर में कठवा मोड़ के पास मेन रोड पर खड़े थे।
#WATCH One constable dead & two locals from the area injured in stone pelting allegedly by Nishad Party workers near Atwa Mor police station in Naunera area, earlier today. #Ghazipur pic.twitter.com/FnviOzuRIU
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) December 29, 2018
उसी वक्त पीएम की जनसभा खत्म हुई थी और लोग वापस लौट रहे थे। इस बीच पुलिसकर्मियों ने सड़क पर से निषाद समाज के लोगों को हटाने की कोशिश की तो निषाद समुदाय के लोगों के साथ उनकी झड़प हो गई। इसी बीच प्रदर्शनकारी निषाद समाज के लोगों तक सूचना पहुंचाई कि कुछ लोगों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। इससे निषाद समाज के लोग उग्र हो गए और चक्का जाम कर दिया। इसी दौरान भाजपा समर्थकों की गाड़ियां वहां से गुजरने लगी तो उपद्रवियों ने उन्हें भी क्षतिग्रस्त कर दिया। देखते ही देखते वहां पथराव शुरू हो गया जिसमें सुरेश वत्स की मौत हो गई।
Chatrapati Nishad, Nishad Party: We're demanding reservation for Nishads&spreading the message of reservation among our people. Starting from Allahabad, we'll march in the entire state. 4 years have passed, but neither PM nor CM have fulfilled the demands of Nishads”. #Ghazipur pic.twitter.com/imRV6sNG8D
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) December 29, 2018