उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। एक व्यक्ति ने शादी समारोह में एक वेटर को पीट-पीट कर मार डाला। पुलिस ने बताया कि यह घटना 17 नवंबर की शाम को गाजियाबाद के पुस्ता रोड पर सीजीएस वाटिका गेस्ट हाउस में हुई।
जानिए क्या है पूरा मामला
आरोपी और मृतक वेटर के बीच झगड़ा तब हुआ जब वेटर द्वारा ले जाई जा रही इस्तेमाल की हुई प्लेटों का एक थाल कार्यक्रम स्थल पर मेहमान को छू गया। लड़ाई के दौरान पीड़ित पंकज को कुछ लोगों ने बेरहमी से पीटा था। बाद में उसकी मौत हो गई। उसके मर जाने के डर से आरोपियों ने उसके शव को जंगल में फेंक दिया। जिस व्यक्ति की शर्ट से जूठी प्लेट छुई थी, वह दूल्हे का मौसेरा भाई है।
अगले दिन पंकज का शव बरामद होने और पोस्टमॉर्टम के बाद उसके सिर पर गहरे घाव का निशान पाए जाने के बाद पुलिस ने जांच शुरू की। जांच के दौरान पंकज की मां ने पुलिस को बताया कि वह एक विवाह स्थल पर काम करने गया था और घर नहीं लौटा। पुलिस को तब पता चला कि पंकज गेस्ट हाउस में मनोज गुप्ता नाम के एक ठेकेदार के माध्यम से वेटर के रूप में काम कर रहा था।
जांच में यह भी पता चला कि झगड़े के दौरान मनोज ने पंकज के साथ मारपीट भी की थी। पुलिस ने कहा कि जब पीड़ित को आरोपियों ने मारने के लिए जमीन पर पटका तो उसके सिर पर गंभीर चोटें आईं। अब मनोज समेत अमित कुमार और एक अन्य व्यक्ति को हिरासत में ले लिया गया है।
पीड़ित परिवार की ओर से आरोप लगाया गया है कि आरोपी और उसके साथी लगातार समझौते का दबाव बना रहे हैं। मृतक की मां ने कहा कि आरोपियों ने समझौते के बदले पैसे देने की बात कही है।
महिला डॉक्टर ने की खुदखुशी
केरल के तिरुवनंतपुरम में एक 26 वर्षीय महिला डॉक्टर ने खुदखुशी कर ली। दहेज़ न दे पाने के कारण कथित तौर पर उसके प्रेमी ने उससे शादी करने से इनकार कर दिया। राज्य की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने डॉ. शहाना की मौत की जांच के आदेश दिए हैं। डॉ. शहाना तिरुवनंतपुरम के सरकारी मेडिकल कॉलेज के सर्जरी विभाग में पीजी कोर्स कर रही थीं। पुलिस ने उनके प्रेमी के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने और दहेज रोकथाम कानून के तहत मामला दर्ज किया है।