कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश में बड़ा बदलाव किया है। कांग्रेस ने कद्दावर नेता और पूर्व विधायक अजय राय को पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष बनाया है। वहीं अब ऐसा लगता है कि बीजेपी के हिंदुत्व कार्ड का मुकाबला करने के लिए कांग्रेस ने भी उत्तर प्रदेश में भगवा रास्ता चुन लिया है। 24 अगस्त को जब पार्टी के नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने लखनऊ में UPCC मुख्यालय में पदभार संभाला, तो इस कार्यक्रम में गंगा आरती के बाद वैदिक भजनों के पाठ के साथ शुरू किया गया था। इससे पहले उन्होंने नई भूमिका के लिए भगवान का आशीर्वाद लेने के लिए काशी विश्वनाथ मंदिर का दौरा किया था।
BJP के पदचिन्हों पर चल रही कांग्रेस
श्रावण मास के आखिरी सोमवारी को पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने प्रदेश मुख्यालय में रुद्राभिषेक किया। राजनीतिक हलकों में इस घटनाक्रम को 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले एक रणनीतिक कदम के रूप में देखा जा रहा है। एक भाजपा नेता ने कहा, ”चुनाव से ठीक पहले, कांग्रेस यह दावा करने की कोशिश करती है कि उसका भी हिंदू इतिहास है।”
राजनीतिक कमेंटेटर भी इसे चुनावी हथकंडा मान रहे हैं। बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय के एक राजनीतिक कमेंटेटर प्रोफेसर सुशील पांडे ने कहा, “अकसर अल्पसंख्यकों के लिए कांग्रेस पर बहुत नरम होने का आरोप लगाया जाता है। इसे हिंदुओं ने बहुत अच्छी तरह से नहीं लिया है और इस प्रकार कांग्रेस अपनी नकारात्मक छवि का मुकाबला करने के लिए प्रयास करती रहती है।”
कांग्रेस नेता स्वाभाविक तौर पर बचाव करते हुए कहते हैं कि पूजा पाठ को राजनीति की नजर से नहीं देखा जाना चाहिए। एक वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने कहा, “यहां दोनों घटनाएं भारत में जीवन के तरीके के बारे में बताती हैं। हमारे नए प्रदेश अध्यक्ष काशी विश्वनाथ के जाने-माने भक्त हैं और देवता का आशीर्वाद उनके जीवन का हिस्सा है, राजनीति नहीं।”
2024 के लोकसभा चुनावों में हिंदुत्व हावी रहेगा
अंदरूनी सूत्रों का कहना है कि पांच राज्यों के चुनावों और फिर 2024 के लोकसभा चुनावों में हिंदुत्व हावी रहेगा। एक नवनियुक्त कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा “भाजपा अपना ध्यान अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन, ज्ञानवापी परिसर के सर्वेक्षण और मथुरा मामले में विकास पर केंद्रित करने के लिए तैयार है। 2024 के लोकसभा चुनाव के दौरान हिंदुत्व एक महत्वपूर्ण मुद्दा होगा और हम इसे नजरअंदाज नहीं कर सकते।”
राजनीतिक विशेषज्ञों ने कहा कि यूपी में आकार लेने वाले टेम्पलेट का एक मॉडल मध्य प्रदेश में भी चल रहा है, जहां 2023 के अंत में राज्य चुनाव होंगे। अनुभवी नेता और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ, जिन्हें अक्सर मंदिर जाते देखा जाता है, उन्होंने हाल ही में छिंदवाड़ा में लोकप्रिय बाबा बागेश्वर की मेजबानी की है।