UP Assembly: उत्तर प्रदेश विधानमंडल के मानसून सत्र के आखिरी दिन शुक्रवार को सदन में नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधा। अखिलेश यादव ने कहा कि ये(भाजपा सरकार) चाल, चरित्र और चेहरे की बात करते थे, लेकिन अब इनकी पहचान नफरत, भ्रष्टाचार, बेरोज़गारी और महंगाई की बन गई है। सपा प्रमुख ने नेता सदन पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि हमारे नेता सदन इतने समझदार हैं कि जो चीज कोई न जान पाए ऐसी जगह कही जाए। उन्होंने कहा कि एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था किसानों की मदद के बिना और कृषि क्षेत्र में सुधार के बिना कैसे संभव है?

अखिलेश ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से पूछा कि मल्‍टी मॉडल ट्रांसपोर्ट सिस्‍टम कहां है, फ्रेट कॉरिडोर कहां है? अगर यह आपने बनाया है तो यह गोरखपुर होकर क्‍यों नहीं जा रहा है। यह सब पिछली सरकारों का बनाया गया है। अखिलेश ने तंज कसते हुए कहा, चैरिटी बिगिन्‍स एट होम, नेता सदन आपने अंग्रेजी अखबार को इंटरव्‍यू दिया है। गोरखपुर की कोई ऐसी गली बता दें जहां पानी न भरता हो। साढे छह से सीएम हैं लेकिन आप अपने क्षेत्र में जलभराव नहीं ठीक करा पा रहे हैं।

सपा प्रमुख ने कहा कि क्‍या आपने आलू एक्‍सपोर्ट किया, किसानों की आय दोगुनी होने पर अखिलेश ने सवाल किया। आपने चावल एक्‍सपोर्ट किया है। मुझे लगता है कि ये दिल्‍ली और लखनऊ वाले इंजन टकरा रहे हैं। योगी जी बताएं कब से बंद है एक्‍सपोर्ट। आम तो पहले भी जाता था। आलू, चावल कितना एक्‍सपोर्ट हुआ यह भी बताएं। सब्जियां मिर्जापुर, बलिया से लंदन जा रही हैं।

टमाटर की बढ़ती कीमतों को लेकर अखिलेश यादव ने कहा कि आप (BJP) टमाटर पर बात नहीं करना चाहते। आपका चेहरा लाल हो जाता है, लेकिन महंगाई पर सवाल उठाने पर आप लोगों को जेल भेजते हैं। आपने न केवल दुकानदार को बल्कि बेटे को भी जेल भेज दिया। टमाटर पर आपने फोर्स लगा दी, क्‍योंकि हमने कहा कि ऐसा न हो कि टमाटर पर जेड सिक्योरिटी देनी पडे़। आपको क्‍यों दुकानें लगानी पड़ीं। सपना दिखा रहे वन ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी का और टमाटर के ठेले लगा रहे हैं।

अखिलेश यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश के नेता सदन बताएं कि अंडे का मार्केट क्या है? कितना अंडा आता है। ये जो जानें जा रही हैं… कभी गुलदार, कभी टाइगर तो कभी सांड से जानें जा रही हैं। नेता सदन जैसे सांड का नाम आते ही आप हंसने लगे हैं। लखीमपुर में 40 से ज्यादा जान गई है। लेपर्ड आपके खेतों में घूम रहा है। टाइगर खेतों में घूम रहे हैं। अखिलेश ने सवाल किया- कौन-सा जिला है जहां सांड से जान न गई हो?

सपा प्रमुख ने कहा कि सुनने में आ रहा कि सरकार कोई नई गन खरीद रही है। पीलीभीत टाइगर्स रिजर्व में 40 से ज्यादा लोगों की जान चली गई। सरकार ट्रैक नहीं कर पा रही है। सांड तो इस सरकार का प्रिय है। जब सांड से टकराने से अधिकारी की जान चली जाए तो आम जनता का क्या होगा। जब लॉयन सफारी नहीं बना पा रहे है तो अपने ही जिले में सांड सफारी बना लो।

अखिलेश यादव ने कहा कि हम भी चाहते हैं कि माफिया खत्म हों, लेकिन सीएम की यह क्या भाषा है कि मिट्टी में मिला देंगे? यह भाषा सही नहीं है। क्या प्रयागराज की घटना मामूली घटना है?