अमेठी में विकास के नाम पर सरकारी धन हड़पने के खिलाफ भाजपा नेता भूपेंद्र मिश्र स्मृति ईरानी को खूनी चिट्ठी लिखी है। इसमें आरोप लगाया है कि पूर्व खंड प्रमुख घनश्याम चौरसिया विकास के नाम पर करोड़ों रुपए हड़प चुके है। इस मामले में अफसर कोई सुनवाई नहीं करते हैं। घपले में खंड विकास अधिकारी पर भी आरोप है। इससे सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन की पारदर्शिता पर सवाल खड़े हो गए हैं।
मामले को लेकर पहले भी सामूहिक रूप से क्षेत्र पंचायत सदस्य घनश्याम चौरसिया और बीडीओ के खिलाफ धरने पर बैठ चुके हैं, लेकिन कुछ हुआ नहीं। उन्होंने बताया कि क्षेत्र पंचायत के खाते से 3 करोड़ 45 लाख रुपए के फर्जी तरीके से भुगतान होने के आरोप हैं। मोचवा में 60 मीटर इंटर लाकिंग सड़क का बिना निर्माण के फर्जी तरीके से भुगतान किये जाने के आरोप हैं। 5 लाख 93 हज़ार रुपए वाटर कूलर के नाम पर हड़पे गए है। लेकिन वाटर कूलर लगे नहीं है। 600 पीस स्ट्रीट लाइट के नाम पर भारी भरकम रकम निकाली गई है। लेकिन स्ट्रीट लाइट केवल सौ पीस लगी है।
मिश्र ने बताया कि 3 लाख 46 हजार रुपए ब्लाक की मरम्मत के नाम पर निकाले गए हैं। लेकिन पांच हजार रुपए में केवल चूने से पुताई कराई गई है। इंडिया मार्का टू हैंडपंप रीबोर के नाम पर बड़े पैमाने पर सरकारी धन हड़पे गए हैं। लेकिन कही पर नल की मरम्मत नहीं हुई है। इसी तरीके से विभिन्न विकास योजनाओं के नाम पर सरकारी धन हड़पे गए हैं।
उन्होंने बताया कि 3 करोड़ 45 लाख रुपए के सरकारी भुगतान में 2 करोड़ 84 लाख रुपए का भुगतान एक ही फर्म कृष्णा मेसर्स के नाम हुआ है। क्षेत्र पंचायत सदस्य ने बताया कि दो साल में 6 बैठक होनी चाहिए थी। लेकिन केवल दो हुई है। इससे बीडीओ क्षेत्र पंचायत सदस्यों के मानदेय तक को निकाल कर खा चुके हैं। इसमें अधिसंख्य बीडीसी सदस्य भाजपा के पदाधिकारी है।
28 अप्रैल को आरटीआई में सूचना मांगी थी, लेकिन अभी तक नहीं मिली है। अधिवक्ता एवं क्षेत्र पंचायत सदस्य गिरीश तिवारी ने आरोप लगाया कि अमेठी के खंड विकास अधिकारी के कार्यकाल में सरकारी धन हड़पने का अभियान चल रहा है। भ्रष्टाचार के मामले में इसकी शिकायत केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक से पहले भी कर चुके हैं।