उत्तर प्रदेश के बरेली में सावन से पहले मीट की दुकानों को हटाने को लेकर विवाद हो गया। इसके बाद नगर निगम की टीम इलाके में अतिक्रमण हटाने गई टीम पर स्थानीय लोगों ने हमला कर दिया, जिसमे स्थानीय बीजेपी नेता घायल हो गए। वहीं पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है और आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने कार्रवाई करना भी शुरू कर दिया है।
घटना को लेकर बरेली के एसएसपी सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज ने जानकारी देते हुए बताया, “इस क्षेत्र में मांस बेचने वाली दुकानों को लेकर कुछ लोगों को आपत्ति थी। सावन से पहले मीट की दुकानों को हटाने को लेकर विवाद हुआ। अतिक्रमण हटाने के लिए नगर निगम की टीम पहुंची तो हंगामा हुआ।गुस्साए लोगों ने निगम की टीम पर हमला कर दिया। हमले में भाजपा नेता अंकित शुक्ला भी घायल हो गए हैं। पुलिस पूरे मामले की जांच कर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है।
यह घटना बरेली के प्रियदर्शिनी नगर स्थित रामजानकी मंदिर इलाके की है और इसी रास्ते से कांवड़ यात्रा निकलती है। प्रशासन के आदेश के अनुसार कांवड़ यात्रा के रास्ते में पड़ने वाली सभी मीट की दुकानों को हटाया जायेगा। नगर निगम की टीम इसी आदेश का पालन करवाने के लिए इलाके में गई थी। बताया जाता है कि पहले दुकानें बंद कर दी गईं थीं लेकिन बाद में फिर खोल दी गईं, जिसको लेकर विवाद शुरू हुआ।
वहीं दिल्ली पुलिस की स्पेशल ब्रांच की टीम ने जिले के पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिया है कि सोशल मीडिया पोस्ट पर कड़ी निगरानी रखें, मिक्स्ड धार्मिक आबादी वाले क्षेत्र में करीब से निगरानी करें और कांवड़ यात्रा के रास्ते में लोहार न हो, क्योंकि वह मीट खाते हैं और हड्डिया सड़कों पर फेंक देते हैं और इससे विवाद उत्पन्न हो सकता है।
बता दें कि कांवड़ यात्रा गुरुवार से शुरू हो गई और 20 जुलाई से कांवड़ियों का दिल्ली पहुंचना शुरू हो जायेगा। 23 जुलाई से लेकर 26 जुलाई के बीच अधिक संख्या में कांवड़ियों के पहुँचने की संभावना है। यह यात्रा कोरोना के कारण 2 साल तक बंद थी और अब फिर शुरू हो रही है।