उत्तर प्रदेश के अयोध्या में भव्य दीपोत्सव की तैयारी की जा रही है। दीपोत्सव के लिए अयोध्या को दुल्हन की तरह सजाया गया है। अयोध्या के 51 घाटों पर 25,000 से अधिक दीये सजाए गए हैं। वही इस बीच सुरक्षा को लेकर भी प्रशासन ने सख्त तैयारियां की है और कई प्रकार की तैयारी की गई है।
अयोध्या में दीपोत्सव के दौरान सुरक्षा को और पुख्ता करने के लिए पुलिस द्वारा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की भी मदद ली जा रही है। इसके माध्यम से रोड ट्रैफिक को भी नियंत्रित किया जाएगा। प्रशासन ने कहा कि हम अर्धसैनिक बलों के साथ-साथ टेक्नोलॉजी का भी उपयोग कर रहे हैं।
दीपोत्सव की सुरक्षा तैयारियों पर अयोध्या रेंज के आईजी प्रवीण कुमार दीपोत्सव ने कहा, “क्षेत्र को 14 पुलिस जोन में बांटा गया है। हमने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की भी मदद ली है। भीड़ और ट्रैफिक को नियंत्रित किया जाएगा। इसके अलावा हम अर्धसैनिक बलों से लेकर प्रौद्योगिकी का भी उपयोग कर रहे हैं।ठ
अयोध्या में दीपोत्सव को लेकर नोडल अधिकारी संत शरण मिश्र ने बताया कि 11 नवंबर को दीपोत्सव अद्भुत होगा। उन्होंने बताया कि घाटों पर दीयों को सजाने का काम पूरा कर लिया गया है और जिला प्रशासन इसमें पूर्ण रूप से सहयोग कर रहा है। 51 घाटों पर दीयों की पुलिस सुरक्षा की जा रही है। शनिवार को दीपोत्सव के दिन 24 लाख दीयों में तेल डालने का काम और बाती लगाने का काम शुरू होगा।
11 नवंकर की देर शाम सरकार की ओर से निर्धारित समय पर दीये प्रज्जवलित किए जायेंगे। गिनीज बुक ऑफ वल्र्ड रिकार्ड टीम की ओर से सभी घाटों के दीपों की गिनती की जा रही है। वालंटियर्स को पदाधिकारियों की ओर से जरूरी आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए हैं। सभी वालंटियर्स दीपोत्सव पहचान-पत्र के साथ घाटों पर मौजूद रहेंगे।
बता दें कि शुक्रवार को सीएम योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में अयोध्या में मंत्रिमंडल की बैठक हुई थी। सीएम योगी ने सबसे पहले मंत्रिमंडल के सभी सदस्यों के साथ हनुमानगढ़ी में दर्शन पूजन किया। इसके बाद योगी कैबिनेट ने श्री राम जन्मभूमि परिसर और रामलला विराजमान मंदिर में दर्शन-पूजन किया। इसके बाद उन्होंने मंत्रियों के साथ राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण स्थल का भी दौरा किया और फिर कैबिनेट की बैठक शुरू हुई।
