प्रयागराज हिंसा मामले के मुख्य आरोपी जावेद पंप के घर तोड़े जाने को लेकर बवाल मचा हुआ है। योगी सरकार और यूपी पुलिस दोनों इसके लिए सवालों के घेरे में है। एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने एक बार फिर से योगी सरकार को कटघरे में खड़ा किया है। ओवैसी ने कहा है कि यूपी के सीएम सुपर चीफ जस्टिस बन चुके हैं।
ओवैसी ने मंगलवार को मीडिया से बात करते हुए कहा कि मुसलमानों को भाजपा सरकार टारगेट कर रही है। सरकार उन बीजेपी नेताओं के खिलाफ क्यों कार्रवाई नहीं करती है, जिनके ऊपर कई गंभीर आरोप लगे हैं। उन्होंने कहा- ” हां , तो पहले से तोड़ दीजिए…किस्सा ही खत्म हो गया। उत्तर प्रदेश के चीफ मिनिस्टर तो सुपर चीफ जस्टिस बन चुके हैं, वो खुद अपनी अदालत में किसी को कन्विक्ट करेंगे और घर तोड़ देंगे। कानून को बर्बाद कर रहे हैं आप।”
एआईएमआईएम नेता ने कहा कि जो घर तोड़ा गया है अफरीन फातिमा का, वो तो उसकी मां के नाम पर था। उन्होंने कहा- “आपने झूठी नोटिस दी, आपने झूठ कहा कि पहले नोटिस दी, आपको कोई अख्तियार ही नहीं है घर तोड़ने का, अगर है हिम्मत है तो तोड़ो घर टेनी का, क्यों नहीं तोड़ते, उसपर तो पांच-पांच लोगों की हत्या का आरोप है, सुप्रीम कोर्ट ने बेल कैंसिल की है”।
ओवैसी यहीं नहीं रुके, आगे उन्होंने कहा कि यह कार्रवाई दिखा रहा है कि भाजपा मुसलमानों से नफरत करती है। ये खुली मिसाल है। उन्होंने कहा कि अगर किसी ने गलती की है तो आप गिरफ्तार करिए, कोर्ट में पेश करिए, न्यायलय फैसला करेगा।
बता दें कि नूपुर शर्मा के पैगंबर मोहम्मद पर की गई टिप्पणी के विरोध में प्रयागराज में पिछले हफ्ते पहले तो मुस्लिम समुदाय के लोगों ने प्रदर्शन किया फिर ये प्रदर्शन हिंसा में बदल गई। जमकर पथराव किया गया। जिसके बाद पुलिस ने जावेद पंप को इस मामले में अन्य आरोपियों के साथ गिरफ्तार किया था। पुलिस के अनुसार जावेद पंप ही इस हिंसा का मुख्य मास्टरमाइंड है।