उत्तर प्रदेश सरकार अयोध्या के विकास में तेजी लाने के लिए दो हजार करोड़ रुपए खर्च करेगी। राज्य के सूचना विभाग के मुताबिक, अयोध्या की खोई हुई शोभा लौटाने और इसे धार्मिक पर्यटन का ठिकाना बनाने के लिए सरकार यह राशि खर्च करेगी। राज्य सरकार को उम्मीद है कि राम मंदिर और दुनिया की सबसे ऊंची भगवान राम की मूर्ति बनने के बाद 11 साल में अयोध्या आने वाले पर्यटकों की संख्या तिगुनी होकर सालाना के 2.2 करोड़ से बढ़कर 6.8 करोड़ तक पहुंच जाएगी।

बताया गया है कि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग पर अयोध्या में निर्माण कार्यों की समीक्षा के दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सरकार को अयोध्या के चौतरफा विकास के लिए काम करना है। सीएम ने अधिकारियों को सभी काम समय पर पूरा करने के साथ क्वालिटी का ख्याल रखने के भी निर्देश दिए। यूपी सरकार की ओर से जारी योगी के बयान के मुताबिक, अयोध्या तेजी से धार्मिक पर्यटन के केंद्र के तौर पर उभर रहा है। इसलिए यहां पर विकास कार्य तेज होना चाहिए और इसके लिए फंड्स की कोई कमी नहीं आएगी।

योगी ने अधिकारियों से कहा कि वे इस शहर को सोलर सिटी के तौर पर विकसित करने की संभावनाओं पर भी विचार करें, ताकि इसे अयोध्या की पहचान बनाया जा सके। उन्होंने कहा कि अयोध्या की ब्रांडिंग के लिए भी अच्छे और क्षमतावान प्रोफेशनल्स की मदद ली जानी चाहिए। विकास योजनाएं इस तरह बनाई जानी चाहिए, जिससे अयोध्या की ऐतिहासिक और धार्मिक विरासत संरक्षित रहे। इसके अलावा उन्होंने अयोध्या के आसपास के धार्मिक स्थलों के भी ठीक करने की बात कही।

सीएम ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि अयोध्या में बनने वाले एयरपोर्ट के निर्माण में आ रही रुकावटों को दूर किया जाए। एयरपोर्ट के लिए अब तक 160 एकड़ जमीन हासिल की जा चुकी है, जबकि 250 एकड़ जमीन और जल्द अधिग्रहित की जाएगी। योगी ने अयोध्या में दो बस स्टेशन बनाने की भी बात कही। इसके अलावा अयोध्या में मल्टी लेवल पार्किंग बनाने के लिए भी कहा।